वायरल वीडियो : उत्तराखंड, आधी रात में सेनीटाइजर लगा क्‍वारंटाइन सेंटर से फरार युवक पहुंचा बेडरूम! जानें आगे क्या हुआ !

0
1898

कोरोना का ऐसा दंश फैला कि लोग अपना रोजगार खो बैठे कारोबार ठप पड़ा हुआ और जो परदेश में रोजगार की तलाश में निकले थे उन्हें विवश होकर अपने घर गाँव को लौटना पड़ा,ऐसे ही माहौल को थोड़ा रोमांचक बनाया  है लॉकडाउन की भुक्की गीत के गायक धनराज शौर्य ने और वीडियो रिलीज़ होते ही उत्तराखंड में वायरल हो गया। 

पढ़ें हर खबर:

राजलक्ष्मी गुड़िया का ‘नॉन स्टॉप’ पार्ट 2 रिलीज़ !! वीडियो में एक साथ नजर आए 26 प्रतिभाशाली कलाकार !!

 

सरकार के दिशा निर्देशों का जनता ने पूरा पालन किया है और जो प्रवासी उत्तराखंडी बाहरी राज्यों से अपने घरों को लौटे तो उन्हें कम से कम 14 दिन का क्‍वारंटाइन अनिवार्य किया गया था जिसका लगभग सभी ने पालन किया होगा।

अगर आप भी हैं भोलेनाथ के भक्त तो यह भजन आपके लिए ही बना है ,आप भी देखें

पर सभी निर्देशों का पालन नहीं कर पाते कुछ लोग ऐसे भी जरूर रहे होंगे जिन्हे समय भी भुक्की लेनी थी भले ही सेनीटाइजर लगा के मिले,ये वीडियो गीत आपको Np films पर देखने को मिलेगा वीडियो मे नीरज डबराल और ख़ुशी भारद्वाज नव विवाहित दाम्पत्य का किरदार निभा रहे हैं वीडियो निर्देशन Np films के निर्माता नागेंद्र प्रसाद ने किया है.जबकि परिकल्पना नृत्यकला का काम रॉनी शाह ने बखूबी निभाया है परदे पर दोनों ही कलाकारों का काम साफ़  झलक रहा है खासकर ख़ुशी ने एक जिम्मेदार महिला होने का पूरा फर्ज निभाया और समझाया बस 14 दिनों की तो बात है फिर तो जीवन भर का साथ है।

पढ़ें हर खबर:

रेशमा छोरी गीत बना युवाओं की पहली पसंद अब तक यूट्यूब पर मिले 1 मिलियन से अधिक व्यूज

धनराज शौर्य ने गीत के माध्यम से सब जाहिर कर दिया कि ये हुआ तो होगा ही कहीं न कहीं और वहां तो जरूर हुआ होगा जहाँ जिम्मेदार नारी और कुशल ग्राम प्रधान न हों वहां सेण्टर छोड़ के कई युवा भुक्की लेने तो गए ही होंगे। नागेंद्र प्रसाद ने वीडियो के माध्यम से सभी को अच्छा सन्देश दिया है सांसें रहेंगी तो भुक्की मिलती रहेंगी नहीं तो आखिरी भी हो सकती है खुद के साथ औरों को भी ले डूबते अगर रात को प्रधान जी को फोन न जाता तो।

उत्तराखंड : प्रीतम भरतवाण का गीत अपडू गौं रिलीज़ होते ही सुर्ख़ियों में !

हिल्लीवुड न्यूज़ पूरी टीम को इस धमाकेदार गीत के लिए बधाई देता है धनराज शौर्य एवं रेनू बाला जिनकी आवाज से ये गीत सजा है और संजय राणा के म्यूजिक की तो बात ही अलग होती है।

आनंद लीजिए इस शानदार रचना का और आप भी इन्तजार करिए लॉकडाउन के बाद की भुक्की का।