आर्टिस्टिक स्केच में तैयार एवं राखी धनाई के स्वरों से सजा वीडियो गीत नन्दा की भवानी हुआ रिलीज।

0
आर्टिस्टिक स्कैच में तैयार एवं राखी धनाई के स्वरों से सजा वीडियो गीत नन्दा की भवानी हुआ रिलीज।

उत्तराखंड संगीत जगत में नए-नए गीतों की भरमार है. हाल ही में राखी धनाई की आवाज में रिकॉर्ड गीत नन्दा की भवानी (Nanda Ki Bhawani) रिलीज हो गया  है. इसकी खासियत ये है कि इस गीत का वीडियो आर्टिस्टिक स्कैच के माध्यम से दर्शाया गया है. ये गीत नंदा देवी राजजात यात्रा पर आधारित है.

यह भी पढे़ं: तेरू बुबा बदलिगे,सरकारी जवैं और अब करी न चिड़कु चस गीतों से कमल धनाई ने मचाई धूम।

नंदा की भवानी (Nanda Ki Bhawani) गीत को गायिका राखी धनाई ने आवाज दी है. उत्तराखंड के जाने-माने संगीतकार गुंजन डंगवाल द्वारा संगीतबद्ध किय गया है. सुभाष पांडे ने रिदम दिया है. टोनार्डो टीम ने इस गीत के वीडियो को आर्टिस्टिक स्केच के जरिए चत्रित किया है. जो वीडियो को आकर्षक बनाता है. जितना सुंदर ये गीत है उतनी ही खूबसूरती से राखी ने इसे गाया है. साथ ही इस गीत की रचना बसंती बिष्ट द्वारा की गई है. गुंजन डंगवाल हर बार नए तरीके से दर्शकों के लिए गीत लेकर आते हैं. जिन्हें दर्शक खूब पंसद करते हैं.

यह भी पढ़ें: वेब सीरीज की शूटिंग के लिए नैनीताल पहुंचे बॉलीवुड एक्टर रोनित रॉय और ऋचा चड्ढा, पढे़ं रिपोर्ट।

बता दें कि इस गीत को नंदा देवी राजजात यात्रा को दर्शाया गया है. उत्तराखंड देवी-देवताओं की भूमि का जाता है. नंदा उत्तराखंड हिमालयवासियों की लोक देवी है. यहां नंदा को ब्याही गई बेटी के रूप में पूजा जाता है. लोकगाथाओं के अनुसार हेमन्त ऋषि औऱ मैणा के घर नंदा का जन्म हुआ. जिनका विवाह कैलाशवासी शिव के साथ हुआ. शिव अपने ध्यान में रहने के कारण नंदा कैलाश में अकेलापन महसूस करती और मायके चली जाती. मायके में कुछ दिन गुजारने के उपरांत ऋषासों वासी अपनी अराध्या बेटी को बड़े प्यार और उल्लास पूर्वक ससुराल भेजते थे. इसी आयोजन को राज जात यात्रा कहलाता है.

परंपरा के मुताबिक भाद्रपद मास में उत्तराखंड में चमोली गढ़वाल के नौटी गांव से शुरू होने वाली इस यात्रा में कांसुवा गांंव के कुंवर राज जात के प्रमुख आकर्षण चौसिंग्या खाडू यानि (चार सींग वाला भेड़) एवं रिंगाल की छन्तोली (छतरी) लेकर नौटी पहुंचते हैं. यह यात्रा सबसे ऊंचे और निर्जन पड़ावों से होकर करीब 13000 फीट पर स्थित होम कुंड पहुंचती है. इस यात्रा में 280 किमी का सफर 20दिनों में तय किया जाता है. जिसमें लगभग 365 गांव जुड़े होते हैं. औऱ बीस दिन की यात्रा में बीस दिन का रात्रि विश्राम होता है. इस ऐतिहासिक यात्रा को गढ़वाल-कुमाऊं की सांस्कृतिक मिलन का प्रतीक माना जाता है.

यह भी पढे़ं: उत्तराखंड की परंपराओं को दर्शाता वीडियो गीत ढोल दमौं हुआ रिलीज, दर्शकों की मिली जबरदस्त प्रतिक्रियाएं।

आर्टिस्टिक स्केच का अर्थ होता है,पेंसिल से कलात्मक चित्र बनाए जाते हैं. उन्हें रंगों से सजाया जाता है. लेकिन इनमें मूवमेंट नहीं दी जाती है. हालांकि यह स्केच बहुत आकर्षक लगते हैं. ऐसा ही कुछ इस वीडियो में आपको देखने को मिलेगा. हर कला का आपना एक महत्व होता है. आज के समय में टेक्नोलॉजी काफी बेहतरीन हो चुकी है. साथ ही इन दिनों हर गीत में दर्शक अभिनेता औऱ अभिनेत्री को देखते हैं लेकिन इस बार कुछ नया यानि कलात्मक चित्रण द्वारा वीडियो को खूबसूरत ढ़ग से दिखाया गया है.

यह भी पढे़ं:गुंजन डंगवाल के ‘नन्दु मामा की स्याली’ का ऑफिसियल वीडियो 10 जून को होगा रिलीज़, अभी देखें गाने का टीज़र

अगर आपने अभी तक नंदा की भवानी वीडियो गीत नहीं देखा है, तो यूट्यूब पर देख सकते हैं. 

हिलीवुड न्यूज़ की अन्य ख़बरें देखने के लिए Hillywood News यूट्यूब चैनल पर विजिट करें। 

Exit mobile version