कला और सिनेमा के लिए उत्तराखंड बना पसंदीदा डेस्टिनेशन

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उत्तराखंड की प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण ने हमेशा से कलाकारों और सिनेमा के प्रतिभागियों को आकर्षित किया है। यहाँ के सुरम्य पहाड़, नदियाँ, परिदृश्य और अद्वितीय स्थानीय वास्तुकला ने इसे एक आदर्श स्थल बनाया है जहाँ कलाकार अपनी रचनात्मकता को विकसित कर सकते हैं।

 

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उत्तराखंड की सुंदरता ने कई प्रसिद्ध लेखकों और साहित्यकारों को प्रेरित किया है, जिनमें रुडयार्ड किपलिंग, रस्किन बॉन्ड, अरविंद अडिगा, स्टीफन ऑल्टर शामिल हैं। सिनेमा के क्षेत्र में भी उत्तराखंड की सुंदरता का उपयोग किया गया है, जहाँ कई फिल्में और विज्ञापनों की शूटिंग की गई है। उत्तराखंड की शांत और सुंदर वातावरण ने इसे एक आदर्श स्थल बनाया है जहाँ कलाकार अपनी रचनात्मकता को विकसित कर सकते हैं। यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण ने इसे एक आदर्श स्थल बनाया है जहाँ कलाकार अपनी रचनात्मकता को विकसित कर सकते हैं।

 

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उत्तराखंड की सुंदरता ने हमेशा से हिंदी फिल्म उद्योग के बड़े नामों को आकर्षित किया है। कई मशहूर फिल्मों की शूटिंग उत्तराखंड के विभिन्न क्षेत्रों में हुई है, जिनमें नैनीताल जिले की नैनी झील प्रमुख है। उत्तराखंड हमेशा से ही दुनिया भर से पर्यटकों को आकर्षित करता रहा है। अब यहां की सरकार का ध्यान राज्य में शूटिंग करने के इच्छुक संभावित निर्माताओं के लिए और अधिक फिल्म अनुकूल माहौल विकसित करने पर है। उत्तराखंड सरकार की ओर से लाई गई नई फिल्म नीति का असर धरातल पर नजर आने लगा है। इस फिल्म नीति के आने के आठ माह में बीस फिल्मों को अनुमति दी गई है।

 

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क्या है फिल्म निति 

नई फिल्म नीति में गढ़वाली कुमाउनी, जौनसारी फिल्मों पर सब्सिडी को 25 लाख से बढ़ाकर दो करोड किया गया है। संविधान की आठवी अनुसूची में शामिल 22 भाषाओं की किल्मों की राज्य में शुटिंग पर सब्सिडी की राशि डेढ करोड़ से बढाकर तीन करोड़ रुपये की गई है। पर्वतीय क्षेत्री में नई लोकेशन पर शूटिंग करने पर पाच प्रतिशत अतिरिक्त और फिल्म में उस लोकेशन का नाम दिखाने पर पांच प्रतिशत और सब्सिडी देने का निर्णय लिया गया था। स्थानीय कलाकारों को फिल्म में मौका देने वालों को दस लाख रुपए अतिरिकत दिए जाएंगे।

 

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स्थानीय फिल्मों पर असर 

नई फिल्म नीति के बाद से प्रदेश में गढ़वाली, कुमाऊनी और जौनसारी स्थानीय भाषाओं की फ़िल्मों की शूटिंग की संख्या में भी लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। अभी पिछले कुछ महीनों में उत्तराखंड की क्षेत्रीय बोली में बनी गढ़वाली फिल्मों को राज्य और राज्य के बाहर के दर्शकों द्वारा काफ़ी सराहा जा रहा है।

 

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राज्य को लाभ 

पिछले कुछ सालों से उत्तराखंड में फिल्म शूटिंग का क्रेज बढ़ता जा रहा है। उत्तराखंड एक फिल्म शूटिंग डेस्टिनेशन के रूप में फिल्म निर्माता की पसंदीदा जगह बनती जा रही है। यही वजह है कि राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में उत्तराखंड राज्य को मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट का अवॉर्ड भी मिल चुका है। साथ ही बड़े पर्दे की फिल्मों की शूटिंग जब यहां होगी तो संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा।  आगंतुकों को भी यहां जुड़े धर्म , ग्रंथो के बारे में जानकारी मिलेगी। जिस के चलते यहां की संस्कृति का सरक्षण होता रहेगा। साथ ही खास बात यहाँ हैं कि, स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा।