गोमुख मार्ग पर खतरे से गुजर रहे यात्री, अस्थायी पुलिया का अभाव बना समस्या

0
94

गोमुख दर्शन के लिए खुले ट्रैक के बाद से यात्रियों और ट्रैकर्स की संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है, लेकिन मार्ग में मूलभूत सुविधाओं की कमी उन्हें जोखिम उठाने पर मजबूर कर रही है। वर्तमान में श्रद्धालु और पर्वतारोहण प्रेमी भागीरथी नदी को पार करने के लिए केवल रस्सियों का सहारा ले रहे हैं।

 

स्थानीय स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े कर्मी वहां तैनात हैं, जो इन लोगों को सुरक्षित पार कराने में सहायता कर रहे हैं। उनका कहना है कि मार्ग में कई स्थानों पर भारी क्षति हुई है, जिससे यात्रियों को नदी के बीचों-बीच होकर जाना पड़ रहा है, जो कि बेहद खतरनाक है।

भोजवासा क्षेत्र में स्थिति और भी जटिल बनी हुई है। वहां स्थापित ट्रॉली सेवा अभी नियमित रूप से संचालित नहीं की जा रही, जिससे पर्वतारोहियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अतिरिक्त, नदी पर न ही कोई स्थायी और न ही कोई अस्थायी पुलिया निर्मित की गई है। यदि जलस्तर अचानक बढ़ता है, तो दुर्घटना की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।

 

स्थानीय लोगों और पर्यटकों द्वारा लगातार यह मांग उठाई जा रही है कि गोमुख मार्ग पर आवश्यक सुविधाओं को जल्द से जल्द उपलब्ध कराया जाए। गंगोत्री नेशनल पार्क के रेंजर प्रदीप बिष्ट के अनुसार, भोजवासा में ट्रॉली सेवा कार्यरत है और सुरक्षा के लिहाज से वन विभाग के कर्मचारी लगातार मौजूद हैं। उन्होंने बताया कि पर्यटक पुराने मार्ग से ही गोमुख की यात्रा कर रहे हैं।