जानलेवा होती है खर्राटों की समस्या, कभी भी खत्म हो सकता है जीवन

0
जानलेवा हो सकती है खर्राटों की समस्या, कभी भी समाप्त हो सकता है जीवन

आप में से कई लोग सोते समय खर्राटे लेते होंगे,जिससे साथ रहने वाले व्यक्ति को बेहद परेशानी होती है, कुल मिलकर ये कि आपके आस-पास वाले लोगों की नींद हराम हो सकती है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है आखिर सोते समय खर्राटे क्यों आते हैं? अगर नहीं तो चलिए अपने इस पोस्ट में आगे आपको बताते हैं, इससे जुड़ी खास बातें.

यह भी पढ़ें: ताउम्र रहना चाहते हैं फिट, तो आज ही फॉलो करें ये हेल्थ टिप्स।

क्या आप जानते हैं, खर्राटों वाली नींद अच्छी नींद नहीं होती है, ये गंभीर समस्या के संकेत होते हैं, खर्राटे लेने वाले व्यक्ति को खुद पता नहीं होता है कि वे खर्राटे मारते हैं, जिन लोगों को खर्राटे की समस्या होती है, उन्हें जागने के बाद सूखा मुंह और गले में जलन का अहसास होता है, बता दें जब आप गहरी नींद की ओर बढ़ते हैं, तो आपके मुंह के ऊपरी हिस्से (तालु), जीभ और गले की मांसपेशियां शिथिल हो जाती हैं, आपके गले के ऊतक आपके वायुमार्ग को आंशिक रूप से अवरुद्ध करने लगते हैं जिसके कारण कंपन होने लगता है, आपका वायुमार्ग जितना अधिक संकीर्ण होगा, वायुप्रवाह उतना ही अधिक कठिन हो जाता है, ऊतकों का कंपन बढ़ने से आपको खर्राटे आते हैं.

यह भी पढ़ें: अरबी खाने के ये 6 फायदे जानकर आप रह जाएंगे हैरान

खर्राटे आने के कई कारण हो सकते हैं, हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, खर्राटे सांस लेने की स्थिति में रुकावट डालते हैं, जो अक्सर नाक और गले में देखने को मिलती है, मोटापा, ज्यादा सिगरेट और शराब का सेवन, अनिद्रा या नाक में एलर्जी आदि के कारण खर्राटे ले सकते हैं, एक्सपर्ट के अनुसार, खर्राटे लेते समय सांस रुक जाती है, तो यह स्थिति खतरनाक होती है, अगर आप दिन में भी सोते समय खर्राटे लेते हैं, तो यह भी गंभीर समस्या हो सकती है,खर्राटे लेना हमारे समाज में एक सामान्य रूप से नजरअंदाज की जाने वाली समस्या है, इसका इलाज नहीं किए जाने पर चयापचय सिंड्रोम, मधुमेह, साइक्लिक वोमेटिंग सिंड्रोम (सीवीएस) रोग जैसे उच्च रक्तचाप, अर्रहथमा-ऐसी स्थिति जिसमें हृदय अनियमित या असामान्य लय के साथ धड़कता है और मृत्यु का भी खतरा हो सकता है, एक्सपर्ट के अनुसार, या तो इसके कारणों पर ध्यान दें ज्यादा होने पर डॉक्टर से जरूर सलाह लें.

डिस्क्लेमर : यहां दी गई जानकारी सामान्य जानकारी पर आधारित है और केवल सूचनाओं के लिए दी गई है, Hillywood News इसकी पुष्टि नहीं करता है, किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के जानकार से जरूर सलाह लें.

उत्तराखंड फिल्म एवं संगीत जगत की सभी ख़बरों को विस्तार से देखने के लिए हिलीवुड न्यूज़ को यूट्यूब पर सब्सक्राइब करें।

 

Exit mobile version