इतिहास के सबसे भयावह विमान हादसे: जब आसमान बना त्रासदी का गवाह

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विमान यात्रा आज के युग में तेज़, सुरक्षित और सुविधाजनक मानी जाती है। लाखों लोग हर दिन उड़ानों के माध्यम से दुनिया के एक छोर से दूसरे छोर तक पहुंचते हैं। लेकिन जब कोई विमान हादसे का शिकार होता है, तो वह सिर्फ एक दुर्घटना नहीं होती—वह सैकड़ों जिंदगियों का अंत, परिवारों का बिखराव और जनमानस के लिए एक बड़ा झटका बन जाती है। कुछ हादसे इतने भयावह होते हैं कि वे इतिहास के पन्नों में स्थायी रूप से दर्ज हो जाते हैं।

यहां हम उन कुछ हवाई त्रासदियों पर नज़र डाल रहे हैं जिन्होंने न केवल जानमाल की भारी हानि की, बल्कि वैश्विक विमानन सुरक्षा मानकों पर भी सवाल खड़े किए।

 

चरखी दादरी मिड-एयर कोलिजन (1996) – एक चेतावनी जो गूंजती रही

12 नवंबर 1996 को हरियाणा के चरखी दादरी में हुआ टक्कर हादसा भारत की अब तक की सबसे भीषण हवाई दुर्घटना मानी जाती है। इस त्रासदी में सऊदी अरब एयरलाइंस का बोइंग 747 और कज़ाखस्तान एयरलाइंस का इल्यूशिन-76 विमान आसमान में एक-दूसरे से टकरा गए। इस दुर्घटना में 349 लोगों की जान गई।

 

 

एयर फ्रांस फ्लाइट 4590 (2000) – सुपरसोनिक युग का दुखद अंत

25 जुलाई 2000 को पेरिस के चार्ल्स डी गॉल एयरपोर्ट से उड़ान भरते ही कॉनकॉर्ड सुपरसोनिक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। रनवे पर पहले से गिरे धातु के टुकड़े ने विमान के टायर को फाड़ दिया, जिससे ईंधन टैंक में आग लग गई और कुछ ही मिनटों में विमान गिर पड़ा। इस हादसे में 109 यात्रियों के साथ ज़मीन पर मौजूद 4 लोगों की भी मृत्यु हो गई।

 

अमेरिकन एयरलाइंस फ्लाइट 587 (2001) – आतंकी साये में दूसरा झटका

9/11 हमलों के ठीक दो महीने बाद, 12 नवंबर 2001 को न्यूयॉर्क के क्वींस क्षेत्र में एक और भयावह विमान हादसा हुआ। डोमिनिकन रिपब्लिक जा रही एयरबस A300, टेकऑफ के कुछ ही समय बाद tail fin के टूटने से नियंत्रण खो बैठी और रिहायशी इलाके में गिर गई। 260 यात्रियों और क्रू मेंबर्स सहित ज़मीन पर 5 लोगों की जान गई।

 

 

एयर इंडिया फ्लाइट 855 (1978) – समुद्र में समा गई उड़ान

1 जनवरी 1978 को मुंबई के आकाश में एक मनहूस शुरुआत हुई, जब एयर इंडिया की फ्लाइट 855 उड़ान भरते ही अरब सागर में गिर गई। दुबई जा रहे इस बोइंग 747 विमान में सवार 213 लोगों की कोई भी जान नहीं बच सकी।

 

दिल्ली-कराची मार्ग की जुड़वां दुर्घटनाएं (1950) – रहस्य और भय का मेल

12 और 14 जून 1950 को दो दिन के अंतराल पर एक ही हवाई मार्ग पर दो विमान हादसों ने देश को स्तब्ध कर दिया। पहले हादसे में विमान टेकऑफ के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया, और दो दिन बाद दूसरी उड़ान भी रहस्यमय परिस्थितियों में क्रैश हो गई।

 

 

इंडियन एयरलाइंस फ्लाइट 491 (1993) – उड़ान जो कभी ऊंची नहीं उठ सकी

26 अप्रैल 1993 को औरंगाबाद से मुंबई जा रही फ्लाइट 491 जैसे ही रनवे से उठी, तभी एक ट्रक से टकरा गई। उसके बाद विमान पेड़ों और इमारतों से टकराता हुआ ज़मीन पर आ गिरा। इस हादसे में 55 लोगों की मौत हुई।

 

स्पैनएयर फ्लाइट 5022 (2008) – यूरोप को झकझोर देने वाला हादसा

20 अगस्त 2008 को मैड्रिड एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही पलों बाद स्पैनएयर का MD-82 विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे में 154 लोगों की जान चली गई।