Suraj Tratak is an Indian singer, rapper, actor, lyricist, writer, and a social activist from Dehradun, Uttarakhand. He is the the first rapper of Uttarakhand, who has also represented Uttarakhand on the platform of TEDx and also recorded an official song for Sadguru Jaggi Basudev.
Name | Suraj Singh Rawat |
Nick Name | Suraj Tratak |
DOB | 21-08-1995 |
Age | 26 |
Village | Sondhar, Khaspatti, Tehri Garhwal, Uttarakhand, India |
Father Name & Occupation | Shri Jot Singh Rawat, chef |
Mother Name & Occupation | Smt. Parvati Rawat, Home maker |
Highest Qualification | MBA |
School | Marshall school |
College | Grad- UPES post grad – Gehu |
Income | |
Occupation | Musician, Rapper, Songwriter |
Sibling Name & Occupation | Uday SiNgh Rawat- Rapper, Arjun – Chef |
Physical States of Suraj Tratak
Height | 5,5 |
Weight | 65 |
Hair Color | Black |
Eyes Color | Black |
Sex | Male |
Complexion | Fair |
Zodiac Sign | Aquarius |
Relationship and love life of Suraj Tratak
Relationship Status | Commited |
Girlfriend Name & Occupation | Khushi Gahtiyari- Actress, singer |
Wife Name & Occupation | NA |
Kids | NA |
Hobbies of Suraj Tratak
Hobbies | Writing songs, meditating, teaching |
Favorite Singer | Late Nusrat Fateh Ali Khan, Lil Wayne, Eminem |
Favorite Actor or Actress | Ranbir Kapoor, Aishwarya Rai |
Favorite Game | NA |
Favorite Destination | Never thought |
Favorite Food | Rice Daal (Daal Bhaat) |
Like and Dislike of Suraj Tratak
First Debut Song | Daaku Haseena |
Most Popular Song | Aigyo Mai, Hit Mera Pahad, CHU hum Pahadi |
First Dancing or Singing Partner | NA |
Name of Your First Employer | NA |
Name of Your Current Employer | NA |
Your Favorite Car | The car I have |
Your Favorite Bike | The bike I had |
Your Favorite City & Why? | Dehradun , wherever I go this city calls me back |
Your Best Friend | Myself |
Favorite Song | Ye Dil Tum Bin |
The Best Songs of Suraj Tratak
1 | हिट मेरा पहाड़ |
2 | तवे माँ लगी |
3 | पहाड़ो में दिल |
4 | पूछू क्या (Rap) |
5 | मैसेज थ्रू म्यूजिक |
सूरज सिंह रावत जिन्हे आप सूरज त्राटक के नाम से भी जानते है का जन्म 21 अगस्त 1995 को मुंबई महाराष्ट्र में हुआ।
परिवार (Family of Suraj Tratak)
उनके पिता जी श्री जोत सिंह रावत जोकि एक प्रोफेशनल शेफ है। जबकि माता जी श्रीमती पार्वती देवी रावत जी एक कुशल गृहणी है। परिवार में उनके 2 छोटे भाई उदय और अर्जुन भी है। उदय भी उत्तराखण्ड कला जगत में ही कार्यरत है जबकि सबसे बड़े भाई अर्जुन भी पिता जी के नक़्शे कदम पर चलते हुए एक प्रोफेशनल शेफ है।
शिक्षा (Education, School, College, & Qualification of Suraj Tratak)
सूरज की प्रारंभिक शिक्षा देहरादून स्थित मार्शल स्कूल से पूरी हुई, उसके बाद उन्होंने UPES देहरादून से स्नातक (Logistic Management) तथा ग्राफ़िक एरा डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी से पोस्ट ग्रेजुएशन (MBA in Marketing & Sales) किया।
इसी दौरान उन्होंने अपने आपको समय दिया और खुद के व्यक्तित्व को पहचाना उनका कहना है कि हर इंसान अलग है और हर किसी अंदर एक कला होती है बस उसे पहचान कर निखारने की जरुरत है।
बचपन से ही आध्यात्मिक मौहोल मिलने की वजह से उन्हें योग और योग विद्या में काफी रूचि रही जिस कारण उन्होंने खुद का योग की तरफ झुकाव महसूस किया और उन्होंने योग क्रियाये करना भी शुरू किया।
बचपन से ही पिता जी के योग क्रियाये करने के कारण उन्होंने इसे अपने जीवन में उतारा और पाया कि योग का संगीत से एक गहरा नाता है यही कारण था कि उन्हें संगीत में भी विशेष रूचि रही।
फिर उन्होंने योग के साथ ही संगीत सीखना शुरू किया और गायन के साथ उन्होंने गीत लिखने का कार्य भी शुरू कर दिया।
इसे भी पढ़े: जाने क्या है राहुल से Raiychu बनने का राज़
वे जो महसूस करते आसपास घटित हो रहे इवेंट्स को एक लयबद्ध लिरिक्स के माध्यम से गाने में तब्दील कर देते रहे है।
इसके साथ ही सूरज एक बेहतरीन सोशल एक्टिविस्ट भी है जो समाज में हो रही घटनाओ व कुप्रथाओ पर खुलकर बोलते है।
जाति प्रथा, जानवरो पर हो रहे अत्याचारों, जल संरक्षण, तथा अपनी संस्कृति के प्रति भी वो काफी चिंतिन रहते है।
सूरज बताते है कि एक बार की घटना ने तो उन्हें अंदर तक झकझोर दिया जब उन्होंने देखा कि हमारे अपने ही अपनी बोली भाषा व संस्कृति के प्रति हीन भावना से ही ग्रसित है।
“एक बार एक बारात जो गढ़वाल से देहरादून में आयी तो वधु पक्ष वाले जो देहरादून में बारात स्वागत कर रहे थे में से किसी ने वर पक्ष वालो से गढ़वाली भाषा में बात की तो वर पक्ष वाले महाशय चिढ़ कर बोलने लगे कि आपको क्या लगता है कि मुझे हिंदी नहीं आती गढ़वाली में बात कर रहे है। मैं आपसे अच्छी हिंदी बोल सकता हूँ।”
बस उसी दिन से सूरज ने ठान लिया कि अब अपनी बोली भाषा में भी गाने लिखना और गाना शुरू करूँगा क्यूंकि इससे पहले वे हिंदी में रैप सॉन्ग लिखा और गाया करते थे। परन्तु उक्त घटना ने उन्हें इस कद्र हिला कर रख दिया कि उन्होंने ये तय कर लिया कि अब कुछ भी पर “पहाड़ी” शब्द को इस तरह प्रोमोट करूँगा कि एक दिन पहाड़ के लोग खासकर युवा पीढ़ी खुद को पहाड़ी मानने पर गर्व का एहसास करे।
और आज देखे तो आपको उनके इस कदम का अच्छा खासा असर दिखता है। और इसी इंसिडेंट ने उन्हें उत्तराखण्ड का प्रथम रैपर भी बना लिया है। और आज उत्तराखण्ड में एक से बढ़कर एक रैपर नज़र आते है।
सूरज एक होनहार और बेहतरीन शख्शियत के मालिक है जो आने वाले न्यू कमर्स को हर क्षण सपोर्ट करने के लिए कतार में सबसे आगे नज़र आते है।
वे अपनी फॅमिली को अपना सबसे बड़ा सपोर्ट सिस्टम मानते है और बताते है कि उनके परिवार ने उन्हें हमेशा से ही सपोर्ट किया है।
यही कारण है कि उन्होंने भी अपने माता पिता का सर हमेशा ऊँचा रखा और इसी कड़ी में उन्होंने TEDx जैसे प्लेटफार्म पर उत्तराखण्ड को रेप्रेसन्ट किया और सद्गुरु जैसी शख्सियत के लिए भी ऑफिसियल सॉन्ग रिकॉर्ड किया।
पेशा (Occupation of Suraj Tratak)
सूरज त्राटक एक फुल टाइम सिंगर, रैपर, सांग राइटर, और सोशल एक्टिविस्ट है। और आने वाले समय में वे उत्तराखण्ड में एक टॉप रिकॉर्ड लेबल स्टूडियो की शुरुवात करना चाहते है जिससे वो उत्तराखण्ड में छुपी प्रतिभाओ को वर्ल्ड लेवल पर तैयार करके लांच कर सके। इसके लिए वो इन्वेस्टर्स से आगे आकर इन्वेस्ट करने का आग्रह भी करते है।
सूरज एक स्वच्छंद प्रतिभा के धनी है और ये उनके रैप या गानो में भी आपको साफ साफ दिखाई या सुनाई देगा।
Latest Interview of Suraj Tratak