टिहरी झील को अंतरराष्ट्रीय टूरिस्ट हब के रूप में डेवलप किया जा रहा है। डेस्टिनेशन उत्तराखंड को वैश्विक पहचान दिलाने के लिए सरकार काम कर रही है। आने वाले समय में साहसिक पर्यटन में भी उत्तराखंड अग्रणी राज्य बनेगा। साथ ही हाईटेक क्रूज में विभिन्न तरह के गढ़वाली, देशी-विदेशी व्यंजन भी पर्यटकों को परोसे जाएंगे।
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ये जगह पिछले कुछ सालों में एडवेंचर स्पोर्ट्स के शौकीनों का नया ठिकाना बनकर उभरी है। यहां तमाम तरह के वाटर स्पोर्ट्स का लुत्फ उठाया जा सकता है। अब नए साल के मौके पर लोग यहां चलते फिरते क्रूज बोट में रात बिता सकेंगे। टिहरी झील में बनी फ्लोटिंग हट्स पहले से ही पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय हैं। अब यहां पर्यटन विभाग के सहयोग से झील में 12 कमरों के क्रूज बोट का निर्माण कराया जा रहा है, जो कि अंतिम चरण में है। करीब साढ़े सात करोड़ की लागत से बन रहे क्रूज का काम दिसंबर तक पूरा हो जाएगा। नए साल पर टिहरी आने वाले पर्यटक इस क्रूज बोट की सुविधा का लाभ उठा सकेंगे। क्रूज बोट प्रोजेक्ट की देखरेख टिहरी झील विशेष क्षेत्र पर्यटन प्राधिकरण के जिम्मे है।
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विभाग ने निविदा के माध्यम से एक निजी क्षेत्र की एसएन फोरेस्टी को क्रूज बोट चलाने की अनुमति दी है। संबंधित कंपनी ने क्रूज ढांचा तैयार कर उसे झील में उतार दिया है। क्रूज बोट में आधुनिक सुविधा युक्त 12 कमरे, रेस्टोरेंट, शौचालय आदि बनाए जा रहे हैं। साथ ही क्रूज में विभिन्न तरह के गढ़वाली, देशी-विदेशी व्यंजन भी पर्यटकों को परोसे जाएंगे। ऐसे में उम्मीद है कि झील में क्रूज के शुरू होने से पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी। इसके निर्माण पर करीब साढ़े सात करोड़ की धनराशि खर्च होगी। जनवरी 2024 में क्रूज का झील में विधिवत रूप से चलना शुरू हो जाएगा। बता दें कि टिहरी झील में 2014-15 में बोटिंग सेवा शुरू हुई थी। वर्तमान में यहां पैरासेलिंग, बनाना राइडिंग, स्पीड बोट, जेट स्की, जॉर्बिंग, वाटर रोलर, वाटर स्कूटर समेत 100 से अधिक बोट संचालित की जा रही है।
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