दो मई से आरंभ होने जा रही केदारनाथ यात्रा के लिए धाम में चहल-पहल तेज हो गई है। हक-हकूकधारी, तीर्थपुरोहित और व्यवसायी अपने-अपने कार्यों को गति देने के लिए केदारनाथ पहुंचने लगे हैं। बीते एक सप्ताह में 500 से अधिक लोग केदारपुरी में डेरा डाल चुके हैं। कड़ाके की ठंड के बावजूद वे अपनी दुकानें, ढाबे, टेंट और अन्य व्यवस्थाएं दुरुस्त करने में जुटे हैं।
पैदल मार्ग पर भी व्यापारी अपनी दुकानें सजाने में लगे हुए हैं। केदारनाथ पहुंचे राकेश नेगी ने बताया कि वह इस बार कैंटीन का संचालन करेंगे और इसके लिए छप्पर बनाने का काम तेज़ी से हो रहा है। कई अन्य लोग भी दुकान, टेंट और ढाबों के संचालन हेतु अस्थायी टिन शेड और छप्पर खड़ा करने में व्यस्त हैं। पूर्व व्यापार संघ अध्यक्ष महेश बगवाड़ी ने जानकारी दी कि दुकानों की सफाई का कार्य लगभग पूरा हो गया है और एक-दो दिन में सामान भी लगा दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि अब तक यात्रा से जुड़े 500 से अधिक लोग केदारनाथ पहुँच चुके हैं।
गौरीकुंड से केदारनाथ तक 16 किलोमीटर लंबे पैदल मार्ग पर भी चीरबासा, जंगलचट्टी, भीमबली, लिनछोली, छानी कैंप, रुद्राप्वाइंट और बेस कैंप में रोजगार करने वाले लोग डेरा जमाने लगे हैं। सभी अपने-अपने कामों में जुटकर आगामी यात्रा सीजन के लिए तैयारियों को अंतिम रूप दे रहे हैं।