पंकज आडवाणी ने एक और सम्मान किया अपने नाम

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पंकज आडवाणी ने 2025 में अपना तीसरा एशियाई स्नूकर चैम्पियनशिप खिताब अपने नाम किया है, जो उनके करियर की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। उन्होंने फाइनल में ईरान के आमिर सरखोश को 4-1 से पराजित किया, जो उनकी शानदार खेल क्षमता का प्रदर्शन है।

 

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यह उनका 14वां एशियाई खिताब है, जो उनके करियर की एक बड़ी उपलब्धि है। अब उनके नाम पांच एशियाई स्नूकर खिताब (15-रेड, 6-रेड और टीम प्रारूप में) के साथ नौ एशियाई बिलियर्ड्स खिताब हैं। इसके अलावा, उन्होंने एशियाई खेलों में दो स्वर्ण पदक (2006, 2010) भी जीते हैं। बता दें, पंकज आडवाणी की खेल यात्रा बचपन में ही शुरू हो गई थी, जब उनके बड़े भाई ने उन्हें स्नूकर के खेल से परिचित कराया। इसके बाद, उन्होंने पूर्व राष्ट्रीय चैंपियन अरविंद सवूर से प्रशिक्षण प्राप्त किया, जिससे उनकी खेल क्षमता में निखार आया। आडवाणी ने अपने करियर की शुरुआत में ही कई उपलब्धियां हासिल कीं। उन्होंने महज 11 साल की उम्र में अपना पहला खिताब जीता और 17 साल की उम्र में सबसे कम उम्र के राष्ट्रीय स्नूकर चैंपियन बनकर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई।

 

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इस जीत से पंकज आडवाणी एक अभूतपूर्व उपलब्धि के और करीब पहुंच गए हैं, जिसमें एक ही कैलेंडर वर्ष में राष्ट्रीय, एशियाई और विश्व स्नूकर चैंपियनशिप खिताब जीतना शामिल है। बिलियर्ड्स में यह उपलब्धि हासिल करने के बाद अब अगर वह स्नूकर में ऐसा कर लेंगे तो वह दोनों स्पर्धाओं में ऐसा करने वाले इतिहास के एकमात्र खिलाड़ी बन जाएंगे। यह उपलब्धि न केवल पंकज आडवाणी के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, बल्कि यह भारतीय स्नूकर और बिलियर्ड्स के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि है। पंकज आडवाणी की यह उपलब्धि भारतीय खेल जगत में एक नए युग की शुरुआत कर सकती है।