देहरादून में हुए कार हादसे में चार दिन बाद मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में घायल युवक के पिता ने पुलिस में तहरीर दी है, जिसके बाद पुलिस अब इस हादसे के असल कारण का पता लगाने में जुटी है।
इस हादसे में तीन लड़कियों समेत छह युवा दोस्तों की मौत हो गई थी। यह दर्दनाक हादसा सोमवार देर रात देहरादून के ओएनजीसी चौक पर हुआ था, जब तेज रफ्तार कार एक कंटेनर के पिछले हिस्से से टकरा गई थी। इसके बाद कार दूसरी लेन में लगभग 350 फीट दूर जाने के बाद सड़क किनारे एक पेड़ से टकराकर रुकी थी।
देहरादून हादसे में जान गंवाने वाले
– गुनीत, 19 वर्ष, तेज प्रकाश सिंह की पुत्री
– नव्या गोयल, 23 वर्ष, पल्लव गोयल की पुत्री
– कामाक्षी, 20 वर्ष, तुषार सिंघल की पुत्री
– कुणाल कुकरेजा, 23 वर्ष, जसवीर कुकरेजा का पुत्र
– अतुल, 24 वर्ष, सुनील अग्रवाल का पुत्र
– ऋषभ, 24 वर्ष, तरुण जैन का पुत्र
हादसे में सिद्धेश अग्रवाल गंभीर रूप से घायल हुआ। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि सिद्धेश के पिता विपिन ने शुक्रवार को तहरीर देकर निष्पक्ष जांच की मांग की। मंत्री गणेश जोशी और भाजपा महानगर अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल ने पीड़ित परिजनों से मुलाकात की।
देहरादून हादसे की जांच में नया मोड़
देहरादून में हुए हादसे में शामिल कंटेनर की जांच के लिए पुलिस की टीम हरियाणा गई है। जांच में पता चला है कि कंटेनर हरियाणा की बीआरसी लाजिस्टिक कंपनी के नाम पर दर्ज है, जिसे वर्ष 2009 में खरीदा गया था। लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि यह कंटेनर वर्ष 2013 के बाद से बिना फिटनेस सर्टिफिकेट के चल रहा था।
पुलिस ने कंपनी संचालक से संपर्क किया, लेकिन उन्होंने बताया कि कंटेनर कई साल पहले बेच दिया गया था। इसके बावजूद कंटेनर का मालिक पूछताछ के लिए थाने नहीं पहुंचा। कैंट कोतवाली के वरिष्ठ उप निरीक्षक कुलवंत सिंह ने बताया कि पुलिस टीम हरियाणा में जांच कर रही है और जल्द ही सच्चाई सामने आएगी।