Mrinal Raturi का नया सॉन्ग ‘MERA BABA JI’ रिलीज, पिताओं को समर्पित

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भारतीय फ़िल्मों में रिश्तों और संबंधों को लेकर कई सुंदर अनूठे गीत बने हैं। दौर कोई भी रहा हो अलग-अलग प्रसंगों में पापा के ऊपर मधुर गीत बने हैं। पापा को लेकर हर दिल के अंदर सुखद अनुभूतियां हैं। ‘गुड़िया चाहे ना लाना पापा जल्दी आ जाना’ गीत को संजोए भारतीय फिल्में इस मोड़ तक पहुंची कि जवानी की दहलीज पर कदम रखता युवक भी हाथों में गिटार लेकर गाता है, ‘पापा कहते हैं बड़ा नाम करेगा’। लोरियां तो दादी-नानी के जुबान से सुनी गई हैं। पर पापा ने भी यह कहते हुए लोरी सुनाई, ‘तुझे सूरज कहूं या चंदा तुझे दीप कहूं या तारा’।

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एक पिता को दुनिया की अलग-अलग भाषाओं में अलग-अलग नाम से पुकारा जाता है। मगर हर पिता का बस एक ही मकसद होता है और वह होता है अपने बच्चे की अच्छी परवरिश करना और उसकी हर छोटी से छोटी ख़्वाहिश को पूरा करना।  ऐसे में वह चुपचाप हर दर्द, हर तकलीफ सहता है मगर अपने बच्चे के उज्ज्वल भविष्य से समझौता करने का ख़्याल तक उसके मन में नहीं आता. .इन सबके बावजूद एक बच्चे के जीवन में पिता की महत्ता और उसके त्याग को लेकर कोई चर्चा तक नहीं होती है। ऐसे में Raturi Mrinal Official की ओर से सभी पिताओं को याद करते हुए उनके लिए एक विशेष गाना जारी किया गया है जिसका टाइटल है ‘MERA BABA JI’

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पिता एक ऐसा शख़्स होता है जिसे दुनिया में सबसे ज़्यादा त्याग करना पड़ता है, मगर दुनिया उसकी तकलीफों को ठीक से नहीं समझती है। लेकिन मृणाल के गाने के टाइटल से साफ जाहिर हो जाता है कि यह गीत दुनिभाभर के पिताओं के परिवार में योगदान के लिए उन्हें शुक्रिया कहने की एक उम्दा कोशिश है। ‘फादर्स डे’ (Father’s Day) के मौके पर रिलीज किये गये इस म्यूजिक वीडियो ‘MERA BABA JI’ ’ में दिखाया गया है कि कैसे एक बच्चा बड़े होने के बाद अपनी प्रोफेशनल जिंदगी में हमेशा ही बिजी रहता है। लेकिन उसको यह प्रोफेशनल जिंदगी देने के पीछे पिता ने कितना कष्ट सहा हैं वो एक पिता बनने के बाद ही शायद एहसास हो पता है।

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तेजी से लोकप्रिय हो रहे ‘ ‘MERA BABA JI’’ में पिता के कष्टों के एहसास को बड़े ही मार्मिक ढंग से पेश किया गया है, जिसमें बताया गया है कि कैसे जब कोई पिता अपने बच्चे के लिए बड़े-बड़े त्याग करता है, तो ऐसा करते वक्त उसकी कोई भी शर्त नहीं होती है और उसका प्यार निस्वार्थ होता है। इस गीत को मृणाल रतूड़ी ने गाया है और ASHWAJEET SINGH ने इस गाने को संगीतबद्ध किया है, जबकि KULDEEP SAKLANI और  RANJEET RANA ने इस गीत में शानदार ढंग से खुद को ढाला है।

 

 

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