यूट्यूब पर अपनी क्लासिकल आवाज का जादू बिखेरने वाली मैथिली ठाकुर ने उत्तराखंड का पारम्परिक मांगल गीत हल्दी हात को अपने अंदाज में गाया है,बेनीपति मधुवनी बिहार की रहने वाली मैथिली ने अपनी गायिकी से समूचे हिंदुस्तान में नाम कमाया है।
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इससे पूर्व भी मैथिली कुमाऊंनी लोकगीत स्वाल को अपनी आवाज में गा चुकी हैं,उत्तराखंड का मांगलिक गीत ‘दे देवा बाबा जी हल्दी का बान’ देवभूमि का मांगलिक गीत है जो विवाह की रश्म हल्दी हाथ में गाया जाता है,इसी गीत को मैथिली ने अपने दोनों भाइयों ऋषभ एवं अयाची के साथ गाया है।
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मैथिली की गायन शैली के सभी दीवाने हैं इनकी लाइव वीडियोज पर हजारों दर्शक जुड़ते हैं और इनके गायन की तारीफ़ करते नहीं थकते,मैथिली ने मात्र 3 वर्ष की उम्र में ही अपने दादा जी से संगीत सीखना शुरू किया और उसके बाद 6 साल की उम्र से अपने पिता रमेश ठाकुर से शास्त्रीय संगीत सीखना शुरू किया।जिसके बाद मैथिली की आवाज आज घर घर में गूंजती है।
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मैथिली के इस गीत को रिलीज़ होते ही 7 हजार दर्शक देख चुके हैं,वीडियो पर अधिकांश टिप्पणियां उत्तराखंड से हैं जिसमें मैथिली को इस गीत को गाने के लिए धन्यवाद किया जा रहा है,मैथिलि रामचरितमानस के कई अध्याय को अपनी आवाज में गा चुके हैं,साथ ही कई बॉलीवुड गीतों को भी लगातार लाइव आकर श्रोताओं के सामने गाती रहती हैं।
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आप भी मैथिली ठाकुर की आवाज में सुनिए मांगल गीत हल्दी हात साथ ही गर्व कीजिए उत्तराखंड की सभ्यता एवं संस्कृति पर जिसे सम्पूर्ण हिंदुस्तान अपना रहा है।
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