माँ एक अनमोल रत्न है,इस रिश्ते को किसी भाव,रिश्ते में बयां नहीं किया जा सकता है,माँ की जीवन में कितनी अहमियत होती है ,इस रिश्ते के बिना हम जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। इसी रिश्ते के प्रति समाज में वर्तमान स्थिति को दर्शाती एक शार्ट फिल्म माँ एक अनमोल रत्न रिलीज़ हुई है जिसमें वृधाश्रम एवं पलायन की कहानी को आधार बनाया गया है।
SDE PRODUCTION HOUSE यूट्यूब चैनल पर रिलीज़ हुई माँ एक अनमोल रत्न शार्ट फिल्म उत्तराखण्ड में बढ़ते पलायन एवं युवाओं के परिवार सहित शहरों की तरफ रुख करना,और बूढ़े माँ-पिता की दयनीय
स्थिति पर केंद्रित है। खुद भूखी रहकर माँ अपने बच्चे को खाना खिलाती है ये माॅ की ममता है अेोर खुद भूखी रहती है अेोर खुद बहुत कष्ट सहती है अेोर अपने बच्चे को कही भी कमी नहीं करती है उससे अच्छे ढंग से भरण पोषण करती है उसे इस काबिल बनती है कि वो अच्छे समाज में रह सके। औलाद भले ही शादी के बाद अपनी माॅ को भुल जाते हैं लेकिन माँ का दिल हमेशा अपने बच्चों के लिए समान प्रेम और स्नेह रखती है।
आज के दौर मै कही भी लडकी शादी के बाद अपने घर में सास-ससुर के साथ रहना पसंद नहीं करते है अेोर उनको अपने माॅ बाप की तरह नहीं मानती है अेोर कुछ लोगों अपने बच्चों को पढाने के लिए पलायन कर रहे है अेोर अपने माॅ बाप को छोड देते है इससे उनको देखने वाला कोई नहीं होता है वृद्ध होने पर उनको वृद्धा आश्रमो में रहने के लिए मजबूर हो जाते है।
अपनी माॅ बाप की सेवा ही 4 धामो के बराबर होता है कही या़त्रा जाने से नहीं।
सामाजिक पृष्ठभूमि पर बनीं यह शॉट फिल्म, माँ एक अनमोल रत्न है: वास्तव में आत्ममंथन करने योग्य है,आज धरातल पर गॉव शहर हर कहीं अधिकांश यह मानवीय जीवन में देखने को मिलता है,लोग अपने वृद्ध माता पिताओं के प्रति कर्तव्य विमूढ़ होते जा रहें हैं:और अभिभावक यह तथाकथित तौर-तरीकों को देख कर उत्कंठा महसूस करते हैं !
जिसे पै सज्ञान लेते हुये बड़ी गंभीरता के साथ आत्ममंथन करते हुये,एस ई डी प्रोडक्शन के निर्माता दौलत राणा ने शार्ट फिल्म माँ एक अनमोल रत्न बनाईं है ,जो बहुत ही प्रसन्नता पूर्वक कार्य है!
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माँ एक अनमोल रत्न शार्ट फिल्म में दौलत राणा, इंदु शर्मा, किरण उतरेणि , राकेश पुण्डीर, उत्तम नेगी,राधा कृष्ण लेख्वार, जसोदा भंडारी,वीरेंदर सिंह भंडारी,गोदम्बरी देवी भंडारी, संगीता पंवार
कलाकार मुख्य भूमिका में रहे,वहीँ बाल कलाकार आयुष राणा भी फिल्म में दिखे। कहानी और निर्देशन संजय नेगी द्वारा किया गया है,कैमरामैन की भूमिका अजय तम्बट ने निभाई।
वहीँ एक ऐसे बुजुर्ग की कहानी भी लघु फिल्म में दर्शकों के दिलों में जरूर असर कर गई कि कैसे एक बेसहारा बुजुर्ग दम्पति इस अवस्था में रोजगार करने को मजबूर है जब उन्हें घर पर आराम की आवश्यकता थी।
देखिए माँ एक अनमोल रत्न उत्तराखण्डी लघुफिल्म:
HILLYWOOD NEWS
RAKESH DHIRWAN