Suryapal Shriwan is an Indian artist, singer, song writer, and folk singer from Tehri Garhwal, who born on 1st December 1992. His song “Pink Plazo” was one of the hit Garhwali song ever.
जरा आप कल्पना कीजिये कि आप सिर्फ 6 महीने के हो और आपके सिर से आपकी माता का साया उठ जाये तो शायद ही इससे बुरी किस्मत किसी भी प्राणी की हो सकती हो। परन्तु जब ऊपर वाला आपसे कुछ छीनता है तो उसकी भरपाई भी जरूर करता है। सिर्फ जरुरत है धैर्य और मेहनत की। जब सूर्यपाल श्रीवाण का जन्म हुआ तो माता का साया पैदा होने के 6 महीने में ही उठ गया।
पिता जी ने किसी तरह खुद को और इस दुधमुहे बच्चे को सम्हाले की भरपूर कोशिश की परन्तु पेशे से शिक्षक होने के नाते उन्हें अपनी नौकरी भी चालू रखनी थी जिससे उनका घर चलता था। सभी के समझाने पर पिता दूसरी शादी के लिए राज़ी हो गए। और कुदरती सौतेली माँ भी इतनी अच्छी मिली कि उसने इस दुधमुहे बच्चे का लालन पालन अपने सगे बालक की तरह किया।
Name | Suryapal Shriwan |
DOB | 01 /12/1992 |
Age | 30 |
Village | Hadiyana Malla, Ghanshali,Tehri Garhwal |
Father | Teacher |
Mother | Late Mrs Ahilya Devi |
Highest Qualification | Graduate |
School | Govt Inter College Samendidhar, Tehri Garhwal |
College | Shridev Suman University |
Income | NA |
Occupation | Folk Singer, & Pharmacist |
Sibling | 2 sisters & 1 Brother (Younger) |
Height | 5’2” |
Weight | 56 Kg |
Hair Color | Light brown |
Eyes Color | Brown |
Sex | Male |
Complexion | Fair |
Relationship Status | Married |
Wife Name & Occupation | Mrs Reshma Shriwan, Music Teacher |
Kids | 1 daughter |
इसी लिए आज सूर्यपाल श्रीवाण बताते है कि आज मैं जोभि हूँ उसका श्रेय मेरे माता पिता जी को जाता है। और इसमें मेरी धर्मपत्नी का भी उतना ही सहयोग रहा कि वो मुझे आज हर कदम पर सपोर्ट करती है।
जानिए आज किया करते है अपने पहले ही गाने से धूम मचाने वाले सूर्यपाल श्रीवाण ?
ये नाम तो शायद आपने सुना होगा पर आपने उन्हें शायद ही कभी लाइम लाइट में देखा हो। स्वाभाव से बहुत ही शर्मीले और पारिवारिक है सूर्यपाल।
सूर्यपाल श्रीवाण का जन्म एवं परिवार
सूर्यपाल श्रीवाण का जन्म 1 दिसम्बर 1992 को टिहरी जनपद के अन्तर्गत भिलंगना ब्लॉक के एक छोटे से गाँव हडियाना मल्ला जो घनसाली तहसील में पड़ता हैं में हुआ।
पिता जी पेशे से एक शिक्षक है जबकि माता जी स्वर्गीय श्रीमती अहिल्या देवी जी सूर्यपाल को 6 महीने का छोड़कर स्वर्ग सिधार गयी थी।
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पिता जी ने परिवार को चलाने के लिए और बच्चे की देखभाल के लिए दूसरी शादी कर ली थी। जिनसे उनकी 2 बहिने और एक छोटा भाई है।
फिलहाल वे अभी अपनी धर्मपत्नी श्रीमती रेशमा श्रीवाण एवं बिटिया आस्वी श्रीवाण के साथ देहरादून में रहते है।
उनकी धर्मपत्नी भी संगीत के फील्ड से ही है और उन्होंने संगीत में विशारद किया हुआ है। दोनों के मिलाने का किस्सा भी बड़ा ही दिलचस्प रहा।
Hobbies | Singing, playing cricket, & chess |
Favorite Singer | Udit Narayan, & Kumar Shanu |
Favorite Actor or Actress | Akshay Kumar |
Favorite Game | Cricket |
Favorite Destination | Uttarakhand |
Favorite Food | Indian |
शर्मीले स्वभाव के सूर्यपाल श्रीवाण ने जब पहली बार उन्हें एक कार्यकर्म में देखा तो पहली ही झलक में उन्हें रेशमा से प्रेम हो गया था परन्तु बहुत हिम्मत करके उन्होंने अपने दिल की बात को रेशमा तक रखा और फिर किया था मन ही मन रेशमा भी उन्हें प्रेम करने लगी और दोनों जल्द ही एक दूसरे से विवाह के बन्धन में बंध गए और आज दोनों एक खुशहाल वैवाहिक जीवन व्यतीत कर रहे है।
सूर्यपाल श्रीवाण की शिक्षा
सूर्यपाल श्रीवाण बचपन से एक मेधावी छात्र रहे है उनकी प्राथमिक शिक्षा गाँव के ही उच्चतर माध्यमिक विद्यालय धमातोली से हुआ फिर उन्होंने राजकीय इण्टर कॉलेज समंडीधार से बारहवी उत्तीर्ण करने के पश्च्यात देहरादून स्थित सिदार्थ इंस्टिट्यूट ऑफ़ फार्मेसी से फार्मेसी में डिप्लोमा और फिर श्रीदेव सुमन यूनिवर्सिटी से स्नातक की उपाधि हासिल की।
सूर्यपाल श्रीवाण नौकरी पेशा
कॉलेज करने के पश्च्यात उन्होंने सिदार्थ इंस्टिट्यूट ऑफ़ फार्मेसी में बतौर फार्मेसिस्ट जॉब कर रहे है।
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बचपन से ही गायिकी को शौक रखने वाले सूर्यपाल रामलीला के मण्डपों से गाना गाया करते थे और उनको दर्शको द्वारा खूब सराहा जाता था। बस यही कारण था कि सूर्यपाल श्रीवान बड़े होकर एक गायक बनना चाहते थे उनकी ये चाह 2012 में पूरी हुई।
सूर्यपाल श्रीवाण का रामलीला के मंचों से अब तक का सफर
जब उनकी पहली एल्बम गैल्या बिच्छूमा रिलीज हुई थी तो गढ़वाल क्षेत्र में ऐसी कोई शादी और पार्टी नहीं थी जहा डी जे से ये गाना न बजाया जाता हो।
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फिर क्या था उत्तराखण्ड म्यूजिक इंडस्ट्री में एक नया चेहरा सूर्यपाल श्रीवाण के नाम से चमक पड़ा। फिर उसके बाद उनके “पुरबा” गीत ने तो उत्तराखंडी संगीत जगत में कई रिकॉर्ड ही बना डाले ये पहला ऐसा गीत था जिसको बहुत ही कम समय में यूट्यूब पर मिलियन व्यूज बटोरे थे।
First Debut Song | Gailya Bichuma in 2012 |
Most Popular Song | Pink Plazo |
First Singing Partner | Meena Rana ji |
Name of Your First Employer | Siddharth Institute of Pharmacy |
Your Favorite Car | Thar |
Your Favorite Bike | KTM |
Your Favorite City & Why? | Dehradun because there are many places where we go and enjoy |
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उसके बाद सूर्यपाल श्रीवान ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और आज उन्होंने एक से बढ़कर एक सुपरहिट गढ़वाली गीत गाये। जिसमे से “पिंक पलाज़ो” एक सुपर डुपर हिट गीत रहा है।
सूर्यपाल श्रीवाण के गाने
- Pink Plazo
- Purba
- Eye Shadow
- Bhamu Dey
- Mala Jogni
- Rathi Chhal
- Dhaguli
- Damru Baajige
- Birma
- Gailya Bichuma
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