उत्तराखंड के लोकगायक किशन महिपाल का यूट्यूब चैनल हैक हुआ है जो कि अभी भी रिकवर नहीं हुआ है,सोशल मीडिया पर चैनल को वापस के लिए मिले समर्थन के बाद अब किशन महिपाल राज्य की त्रिवेंद्र सरकार से भी आस लगाए बैठे हैं कि सरकार भी उनके समर्थन में ट्वीट करे।
किशन महिपाल के लिए ये दौर मुश्किलों भरा है यूट्यूब चैनल हैक होने के बाद लगातार रिकवरी के कोशिशों में लगे हुए हैं,जिससे उनकी सालों की मेहनत बेकार न जाए और जो योगदान उन्होंने उत्तराखंड संस्कृति को दिया वो यूट्यूब चैनल के माध्यम से बना रहे,किशन महिपाल हमेशा से ही अपने विचार सरकार तक दो टूक भाषा में रखते रहे हैं चाहे वो संस्कृति विभाग हो या राज्य सरकार की लोक कलाकारों की अनदेखी हो।
यह भी पढ़ें : उत्तराखंड के सुपरस्टार सिंगर किशन महिपाल का यूट्यूब चैनल हैक, फैन्स से माँगा सहयोग।
वैसे तो उत्तराखंड के वर्तमान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं,हर घटना पर उनकी पैनी नजर होती है लेकिन किशन महिपाल वाले मामले में अब तक शांत हैं उनकी तरफ से इस मामले पर अभी तक कोई ट्वीट क्यों नहीं आया,क्या सरकार को इसकी खबर ही नहीं लगी।
यह भी पढ़ें :kishan Mahipal का लाइव वीडियो हुआ वायरल, हैकर ने मांगे 6 करोड़।
किशन महिपाल ने सभी राजनेताओं को भी सवालों के घेरे में खड़ा किया है कि क्या वो दर्जा धारी मंत्री सोशल मीडिया से दूर हैं या उनके पास इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का साधन नहीं है,लोकगायक किशन ने सीधा निशाना साधा है कि प्रदेश सरकार हमेशा की तरह ही लोक कलाकारों की अनदेखी कर रही है ,जबकि उत्तराखंड राज्य सरकार में संस्कृति साहित्य एवं कला परिषद उपाध्यक्ष के पद पर घनानंद घन्ना राज्य मंत्री के पद पर हैं उनकी तरफ से भी अब तक कोई आश्वाशन नहीं आया है।
यह भी पढ़ें :Narendra Singh Negi ने वीडियो शेयर कर फैंस को दी श्रावण मास की बधाइयाँ।
दुर्भाग्य है कि राज्य सरकार कलाकारों को सिर्फ सांस्कृतिक कार्यकर्मों में अपने गुणगान करने और सरकार का देश की राजनीति में मान बढ़ाने तक ही सीमित रह जाते हैं,जिससे आज लोक-कलाकार आर्थिक संकट जैसी मुसीबतों से अकेले लड़ने पर मजबूर हैं और अपनी आजीविका चलाने के लिए रोजगार की तलाश में निकल पड़े हैं।
यह भी पढ़ें : उत्तराखण्ड : गीताराम कंसवाल का भैरो देवता जागर वीडियो रिलीज़ !देखें सबसे पहले!
किशन महिपाल ने ये भी कहा कि बॉलीवुड की तरह ही उत्तराखंड में भी कलाकारों की अनदेखी होती रही है,जिससे एक मेहनती कलाकार जिसने अपना जीवन इस संस्कृति को बढ़ाने में निकाल दिया अंततः वो भी हार मान कर आत्महत्या जैसे कदम उठाने पर विवश हो जाता है।
यह भी पढ़ें : नाची गेना मेरा भोले बाबा शिव भजन पहुंचा नंबर 1, बना 5 मिलियन लोगों की पसंद।
समय रहते अगर सरकार जाग गई और कलाकारों की सुध ले ली तो परिणाम अच्छे होंगे नहीं तो उत्तराखंड तो रहेगा लेकिन संस्कृति के रक्षक नहीं रहेंगे और दुनिया कभी नहीं जान पाएगी उत्तराखंड की संस्कृति क्या है? इसीलिए समय रहते लोक कलाकारों को वो सम्मान मिले जिसके वो हकदार हैं।
किशन महिपाल के फेसबुक पेज से :
यह भी पढ़ें : यूट्यूब पर छाई दून की नौनी प्रियंका महर,गेंदा फूल का पहाड़ी वर्जन गा कर पहुंची बॉलीवुड तक
किशन महिपाल ने अपने मन की बात इस कविता के माध्यम से भी रखी है ,जिसमें उनका दर्द साफ़ झलकता है,साथ ही किशन महिपाल का हिलीवुड पूर्ण समर्थन करता है और उनके साथ इस विकट समय में सदैव साथ है।