साहब आकांक्षा के नए गीत में है लोकपरम्परा के साथ संस्कृति का उल्लेख, यहां सुने जरूर

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जी हां उत्तराखंड की लोकपरम्परा एवं संस्कृति का उल्लेख गीतों के माध्यम से किया जाता है,उत्तराखंड के वेशभूषा से लेकर संधाधनों का विवरण ऐसे गीतों/भजनों से देश दुनिया तक पहुँचता है। आकांक्षा  रमोला साहब सिंह रमोला उत्तराखंड के लोकगायक  हैं,साहब और आकांक्षा  अपनी मधुर आवाज एवं गीत रचनाओं से उत्तराखंड की संस्कृति को बढ़ाने में अहम् भूमिका निभा रहे हैं। जिसके चलते अब इस जोड़ी ने उत्तराखंड के विलुप्त उस संसाधन के बारे में रचना कर दर्शकों के सामने प्रस्तुत किया है जो रोज मर्रा के जीवन से लेकर शुभ कार्य में इस्तेमाल किया जाता था और बदलते वक्त के साथ विलुप्त हो रहा है l

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साहब आकांक्षा  रमोला  के नए गीत ‘गिंजाली उरख्याली’ को बेहतरीन संगीत स्वर्गीय गुंजन डंगवाल के दवारा दिया गया है जिसने इस गीत को अपने संगीत से दिव्य रूप देने  में कोई कमी नहीं की Vijay Bharti के शानदार डायरेक्शन में तैयार इस गीत में subhas pandey की एक अलग रिधम सुनने को मिली है जिसने गीत को और भी गजब का बनाया है l नए गिंजाली उरख्याली को आकांक्षा  रमोला ने अपने ओफ्फ्सियल चैनल के बैनर तले साझा किया है l हाल ही में जारी हुए इस गीत को दर्शकों के बीच से अच्छा रिस्पांस देखने को मिल रहा है l

 

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