हेमा नेगी करासी के नॉनस्टॉप हिट्स ने माहौल ही अलग कर दिया है मात्र 1 दिन और यूट्यूब पर 85 हजार से ऊपर व्यूज।जिस नॉनस्टॉप का दर्शक बेसर्बी से इन्तजार कर रहे थे वो रिलीज़ हुआ शानदार रविवार को और पूरे दिन भर ऐसी हलचल मची की ये नॉनस्टॉप इतने दर्शकों तक पहुँच गया। लोकगायिका हेमा नेगी करासी ने सभी का ये संदेह भी दूर कर दिया अपने गीतों से भी पहचान बनाई जा सकती है और सच ही है वो पहचान ही किस काम की जब वो किसी और के नाम से मिले।
जरूर पढ़ें : उत्तराखण्ड की भूमि महान हिमालय की ऊँची डांडी-कांठी गढ़वाल की शान!! देखें वीडियो
एक तरफ जहाँ इस समय संगीत जगत में पुराने गानों का फ्यूजन और मैशअप तैयार किया जा रहा है यूट्यूब की दुनिया में अपना नाम बनाया जा रहा है। जब अपने ही गीत इतने सुपरहिट हों तो किसी और के गीतों को गा के क्या फायदा? और लोकगायिका हेमा नेगी करासी ने सभी का ये संदेह भी दूर कर दिया अपने गीतों से भी पहचान बनाई जा सकती है और सच ही है वो पहचान ही किस काम की जब वो किसी और के नाम से मिले।
जरूर पढ़ें : इन गढ़वाली गीतों की रही 2018 में धूम, जानें कौन कौन शामिल हुआ टॉप 10 में।
अपने गीतों से पूरे उत्तराखण्ड की जनता को थिरकाने वाली चहेती लोकगायिका हेमा नेगी ने अपने ही सुपरहिट गीतों का नॉनस्टॉप तैयार किया और जो गीत दर्शकों ने पसंद किए हैं उन्हीं को गीतों की माला में पिरोकर बन गया ये नॉनस्टॉप। हेमा नेगी करासी सदैव ही अपने अलग अंदाज में दिखती हैं और जब इतने हिट गानों को एक साथ दर्शक देखेंगे तो बात ही अलग हो जाती है,ढोल की थाप ता घिना ता घिन ता जब पहाड़ों की वादियों में गूंजेगा तो इसकी गूंज बहुत दूर तक जाने वाली है।
जरूर पढ़ें : बार -त्यौहार औणी रे जांणी कुतग्यली बॉय की “हे मेरी स्वाणी” म्यूजिक वीडियो रिलीज़ !
और इस ढोल की गूंज में एक नाम उस संगीतकार का भी गूंजेगा जिन्होंने अपने संगीत से देश परदेस में ख्याति प्राप्त की है जिन्हें गुंजन डंगवाल के नाम से जाना जाता है,दर्शक ये नाम सुनके ही थिरकने लगते हैं और कहीं ये नाम संगीतकार के रूप लिखा मिल जाए तो उस गीत को दर्शक हाथों-हाथ लेते हैं।चैत्वाली जैसी हिट देने के बाद गुंजन डंगवाल लगातार दर्शकों की पसंद को जानने लगे हैं और यही उनको युवा पीढ़ी का पसंदीदा संगीतकार बनाती है।
नॉनस्टॉप का प्रोमो बहुत पहले ही रिलीज़ कर दिया गया था और कल रविवार को ये यूट्यूब पर अपलोड होते ही ट्रेंड होने लगा, भीमू हे पधानों लौंडा ,गिर गेंदुवा,मखमली घाघरी,मेरी बामणी,गुड़ु का बाबा,बस मेरी म्योलडी जैसे हिट-सॉन्ग और वो भी एकसाथ बजें तो कुछ तो बात है। संगीत के साथ ताल का बहुत महत्त्व होता है और रणजीत सिंह ने ढोल की धाप को घर घर तक पहुँचाया। नॉनस्टॉप वीडियो को निर्देशत एवं छायांकित गोविन्द नेगी ने किया है।
HILLYWOOD NEWS
RAKESH DHIRWAN