देहरादून। कोलकाता में होने वाले आठ दिवसीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में उत्तराखंड की गढ़वाली फिल्म ‘ढोली’ को प्रदर्शन का मौका मिला है। यह फिल्म उत्तराखंड से एकमात्र फिल्म होगी, जिसे फिल्म महोत्सव में दर्शाया जाएगा। दिनेश पी. भोंसले की निर्देशित इस फिल्म की शूटिंग सितंबर 2023 में उत्तरकाशी के असीगंगा घाटी के नाल्ड गांव और निकटवर्ती क्षेत्रों में हुई थी। यह फिल्म उत्तराखंड की संस्कृति और परंपराओं को दर्शाती है।
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बता दें, चार दिसंबर से शुरू होने वाले कोलकाता अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में उत्तराखंड की गढ़वाली फिल्म ‘ढोली’ को प्रदर्शन का मौका मिला है। फिल्म के कला निर्देशक अतुल विश्नोई ने बताया कि फिल्म महोत्सव के लिए विभिन्न श्रेणी की एक हजार में से 200 फिल्मों का चयन किया गया है, जिसमें उत्तराखंड से ढोली भी शामिल है।
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फिल्म के निर्माता सुनील नायक हैं और मुख्य भूमिका अभिनेता मोहित घिल्डियाल ने निभाई है। निर्देशक दिनेश पी. भोंसले को राष्ट्रीय अवार्ड मिल चुका है। यह 95 मिनट की फिल्म है, जो उत्तराखंड की संस्कृति और परंपराओं को दर्शाती है।उत्तराखंड की कई फिल्में विश्वपटल पर अपनी पहचान बना चुकी हैं। इन फिल्मों ने न केवल स्थानीय संस्कृति को उजागर किया है, बल्कि वैश्विक दर्शकों को भी आकर्षित किया है। जनपद उत्तरकाशी के दूरदराज ग्रामीण इलाकों में पिछले साल बनी गढ़वाली फीचर फिल्म ‘ढोली’ का नाम भी अब शामिल हो चूका है, जो उत्तराखंड की संस्कृति को विश्वपटल पहचान दिलाने में आयाम हो गई है।
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बता दें, उत्तराखंड में लगातार नई-नई फ़िल्में बन रही है और दर्शकों को भी पसंद आ रही है। वर्ष २०२४ में भी कई फ़िल्में रिलीज हुई जो पेन इण्डिया में प्रस्तुत हुई हैं ,और यह शिलशिला जारी है। यहां की फ़िल्में लगातार नए-नए आयाम छू रही हैं और उत्तराखंड फिल्म इंडस्ट्री का दबदबा कायम कर रही हैं। साथ ही स्थानीय कलाकारों को रोजगार भी प्रदान कर रही है।