बृहस्पतिवार सुबह ड्यूटी पर तैनात आरपीएफ के सिपाही अरविंद तोमर जब प्लेटफार्म पर पहुंचें, तो वे साप्ताहिक हुबली-ऋषिकेश एक्सप्रेस ट्रेन में सवार हो गए थे। ट्रेन करीब 15 मिनट तक रुकी रही, लेकिन जब यह ट्रेन रवाना हुई तो कुछ समय बाद रेल लाइन पर सिपाही अरविंद का शव मिला। यह जानकारी जीआरपी की जांच में सामने आई है।
अरविंद तोमर की मौत के कारणों पर अब तक पूरी तरह से स्पष्टता नहीं आई है। पुलिस हादसे या आत्महत्या के पहलुओं पर जांच कर रही है और साथ ही अन्य बिंदुओं पर भी ध्यान केंद्रित किया गया है। अधिकारियों के अनुसार, अरविंद तोमर, जो कि बड़ौत (जोनमाना, बागपत) के निवासी थे, एक अगस्त 2015 को आरपीएफ में भर्ती हुए थे। उनकी पोस्टिंग दक्षिण रेलवे में थी। उनकी पत्नी प्रीति तोमर भी आरपीएफ में रुड़की में तैनात हैं।
एक महीने पहले बेटे का हुआ जन्म
अरविंद तोमर की हरिद्वार आरपीएफ में 24 फरवरी को पोस्टिंग हुई थी। उनकी लगभग पांच साल की एक बेटी है, और हाल ही में उनकी पत्नी ने एक बेटे को जन्म दिया था। बेटे के जन्म के बाद वह 15 दिन की छुट्टी पर थे और 18 मार्च को उन्होंने फिर से अपनी ड्यूटी जॉइन की थी। वे लगातार दो दिनों से अपनी ड्यूटी पर तैनात थे।
बृहस्पतिवार सुबह करीब 9:14 बजे साप्ताहिक हुबली-ऋषिकेश एक्सप्रेस ट्रेन प्लेटफार्म नंबर-एक पर पहुंची। यहां ड्यूटी पर तैनात अरविंद ने ट्रेन में सवार हुआ। लगभग 10 मिनट के ठहराव के बाद, 9:24 बजे ट्रेन रवाना हो गई। इसके कुछ समय बाद, सिपाही अरविंद का शव रेलवे लाइन पर पाया गया। रेलवे स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच में यह पुष्टि हुई कि अरविंद ट्रेन में चढ़ते हुए दिखाई दिए थे। अब इस घटना के बाद की घटनाओं की जांच की जा रही है।
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सदमे में परिजन
हादसे के समय प्लेटफार्म नंबर एक के अलावा, पास में दूसरे प्लेटफार्म पर भी एक ट्रेन खड़ी थी। इस कारण से दूसरे प्लेटफार्म पर लगे सीसीटीवी कैमरों से भी घटना की पूरी जानकारी नहीं मिल पाई। घटना के बाद, अरविंद के परिजन हरिद्वार पहुंचे और पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों के हवाले कर दिया गया। मौत के कारणों की जांच के लिए विशेष टीमें काम कर रही हैं। – अरुणा भारती, एएसपी, जीआरपी हरिद्वार