देहरादून में भूकंप के झटके, नुकसान

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रविवार रात, देहरादून की धरती भूकंप के कारण हिल उठी! रिक्टर स्केल पर 3.1 की तीव्रता के साथ, भूकंप का केंद्र देहरादून में जमीन से 5 किमी नीचे था। प्रशासन अगले 3-4 दिनों तक स्थिति पर करीबी नजर रखेगा, क्योंकि भूकंप की आशंका अभी भी बनी हुई है!

बता दें, राजधानी के कुछ हिस्सों में रविवार रात 9.56 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए, लेकिन कम तीव्रता के कारण कोई नुकसान नहीं हुआ। जिला आपदा कंट्रोल रूम को नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी की वेबसाइट से सूचना मिली, जिसके बाद तुरंत अलर्ट जारी किया गया!

जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ऋषभ कुमार के अनुसार, देहरादून में 5 किमी नीचे भूकंप का केंद्र था, लेकिन कोई नुकसान नहीं हुआ। सभी तहसीलों से संपर्क किया गया और कहीं से भी नुकसान की सूचना नहीं मिली। अगले 3-4 दिनों तक निगरानी जारी रहेगी, क्योंकि हल्के झटके के बाद बड़े झटके आने की संभावना होती है। सभी तंत्र अलर्ट पर हैं!

उत्तराखंड: भूकंप के लिहाज से संवेदनशील राज्य!
उत्तराखंड जोन पांच में आता है, जो भूकंप के लिहाज से अति संवेदनशील है। रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, पिथौरागढ़, चमोली, उत्तरकाशी जिले जोन पांच में हैं, जबकि ऊधमसिंहनगर, नैनीताल, चंपावत, हरिद्वार, पौड़ी व अल्मोड़ा जोन चार में हैं। देहरादून व टिहरी जिले दोनों जोन में आते हैं। विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है!
क्यों आते हैं यहां भूकंप?
हिमालयी क्षेत्र में इंडो-यूरेशियन प्लेट की टकराहट से जमीन के भीतर से ऊर्जा बाहर निकलती है, जिससे भूकंप आते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, अति संवेदनशील जोन पांच में भूगर्भ में तनाव की स्थिति लगातार बनी हुई है। यही कारण है कि इस क्षेत्र में सबसे अधिक भूकंप रिकॉर्ड किए गए हैं।