केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के अधीन संगीत नाटक अकादमी की ओर से वर्ष 2023 के साहित्य अकादमी पुरस्कारों की घोषणा की है। लोक-संगीत और थिएटर के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रसिद्ध रंगकर्मी डॉ.राकेश भट्ट, डॉ संजय पाण्डेय और डॉ.लता पाण्डेय को वर्ष-2023 का संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। तीन महान हस्तियों को यह पुरस्कार 5 मार्च को विज्ञान भवन नई दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा प्रदान किया जाएगा।
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मूल रूप से रूद्रप्रयाग जनपद के ऊखीमठ विकासखंड के मंगोली गांव निवासी डॉ. राकेश भट्ट को यह सम्मान लोक सम्मान लोकगायन, लोक संगीत के के लिए दिया गया है। डॉ. भट्ट की नाट्य संस्था उत्सव ग्रुप ने उत्तराखंड के पौराणिक पाण्डव नृत्य, चक्र व्यू, कमल व्यू, जीतू बगड़वाल, दुर्पदा की लाज के साथ नंदा देवी पर अपनी बेहद लोकप्रिय नाट्य प्रस्तुतियों के साथ ही 30 से अधिक पूर्णकालिक नाटकों में अभिनय, निर्देशन, संगीत निर्देशन, कोरियोग्राफी, संगीत निर्माण व संयोजन कर रहें है। वर्तमान में वह दून विश्वविद्यालय में रंगमंच व कला प्राध्यापक में कार्यरत है। इससे पहले वह गढ़वाल विश्वविद्यालय को भी अपनी सेवाएं दे चुके है।
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वहीं 15 वर्षों से लोक संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्द्धन के लिए कार्य कर रहे डॉ. संजय पाण्डेय और डॉ. लता पाण्डेय को संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार दिया जायेगा। उनके द्वारा उत्तराखंड के पौराणिक संस्कृति, लोक गीत चैती,बैडा़, मांगल, संस्कार गीत को संरक्षण में उल्लेखनीय कार्य कर रहे है। साथ ही दोनों दंपति दुरदर्शन आकाशवाणी के ए ग्रेट कलाकर भी है। डॉ संजय वर्तमान में गढ़वाल विश्वविद्यालय के लोक कला संस्कृति विभाग में कार्यरत है। जबकि डॉ लता पाण्डेय राजकीय बालिका इंटर कॉलेज श्रीनगर में संगीत अध्यापक के रूप में कार्यरत है।
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