डॉक्टर नवीन चंद्र की उपलब्धि: उत्तराखंड के लिए गर्व का पल

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उत्तराखंड के प्रतिभावान युवा शिक्षा, राजनीति, खेल, और विज्ञान के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित कर रहे हैं। वे विज्ञान और तकनीकी जैसे प्रतिष्ठित क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सफलता के नए मानक स्थापित कर रहे हैं, जो अन्य युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन रहे हैं। हम आपको ऐसे ही प्रतिभाशाली युवाओं से परिचित करवाते रहते हैं जिन्होंने विशेष उपलब्धियां हासिल की हैं। आज हम आपको नैनीताल डीएसबी परिसर के वनस्पति विज्ञान विभाग के शोध छात्र डॉक्टर नवीन चंद्र से परिचित करवाने जा रहे हैं, जिनका चयन पंडित गोविंद बल्लभ पंत राष्ट्रीय पर्यावरण संस्थान में वैज्ञानिक के पद पर हुआ है।
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दरअसल, अल्मोड़ा जिले के जैंती के वांगी गांव के निवासी और कुमाऊं विश्वविद्यालय डीएसबी परिसर के वनस्पति विज्ञान विभाग के शोध छात्र डॉक्टर नवीन चंद्र को पंडित गोविंद बल्लभ पंत राष्ट्रीय पर्यावरण संस्थान में वैज्ञानिक के पद पर चुना गया है। उन्होंने हाल ही में इस पद की जिम्मेदारी संभाली है।
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बता दें, डॉक्टर नवीन ने डीएसबी परिसर के वनस्पति विज्ञान विभाग के विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर ललित तिवारी और उत्तराखंड स्पेस सेंटर देहरादून के डॉक्टर गजेंद्र के मार्गदर्शन में अपनी पीएचडी पूरी की। उनका शोध विषय था “डिस्ट्रीब्यूशन अवेलेबिलिटी और थ्रेड टू मेडिसिंस एंड एरोमेटिक प्लांट इन इंडियन अल्पाइन हिमालय”। वर्तमान में, डॉक्टर नवीन एसएसजे विश्वविद्यालय के अल्मोड़ा परिसर में गेस्ट फैकल्टी वनस्पति के रूप में कार्यरत थे। उनके शोध पत्र, बुक चैप्टर, एडिटेड बुक और साइंटिफिक रिपोर्ट प्रकाशित हो चुके हैं। वहीं अब इस उपलब्धि के बाद डॉक्टर नवीन की इस उपलब्धि पर उन्हें लगातार बधाई दी जा रही है और पूरे क्षेत्र में खुशी का माहौल है।
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