वास्तु शास्त्र के अनुसार भूल कर भी न करें ये गलतियां

0

वास्तु शास्त्र में घर से सम्बन्ध्ति कई उपाय बताए गए हैं, जिनका पालन करने से व्यक्ति को वास्तु दोष से मुक्ति मिलती है। लेकिन इनके साथ इसमें कुछ कार्यों का भी उल्लेख किया गया है, जिन्हें करने से व्यक्ति के जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और वास्तु दोष (Vastu Dosh Upay) का भय बढ़ जाता है। बता दें कि वास्तु दोष के कारण आर्थिक, शारीरिक अथवा मानसिक तौर पर समस्याओं का सामना करना पड़ता है। साथ ही परिवार में भी कई प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं, जिनके कारण व्यक्ति को तनाव मिलता है। ऐसे में व्यक्ति को कुछ ऐसी गलतियों से बचना चाहिए जिनसे घर में नकारात्मक ऊर्जा के प्रभाव का भय बढ़ जाता है। आइए जानते हैं किन कार्यों से घर में बढ़ती है नकारात्मकता।

यह भी पढ़े : कैच लेने के दौरान चामिका करुणारत्ने के मुंह पर लगी गेंद, लहूलुहान हुआ मुंह

शास्त्रों में बताया गया है कि घर, कार्यस्थल या दुकान में लम्बे समय तक अंधकार नहीं रहना चाहिए। ऐसा होने पर नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव तेजी से बढ़ता है और वास्तु दोष का भी खतरा बढ़ जाता है। इसलिए इन जगहों पर कुछ न कुछ हमेशा रौशनी के लिए कम बिजली वाला बल्ब या धूप-बत्ती जलाए रखें।

शास्त्रों में बताया गया है कि घर, कार्यस्थल या दुकान में लम्बे समय तक अंधकार नहीं रहना चाहिए। ऐसा होने पर नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव तेजी से बढ़ता है और वास्तु दोष का भी खतरा बढ़ जाता है। इसलिए इन जगहों पर कुछ न कुछ हमेशा रौशनी के लिए कम बिजली वाला बल्ब या धूप-बत्ती जलाए रखें।

यह भी पढ़े : जानिए उत्तराखंड के खास मंदिर माता अनुसूया का इतिहास

घर में आते ही व्यक्ति यदि तनाव से ग्रसित, उर्जाहीन या भ्रमित महसूस करता है, तो यह वास्तु दोष का संकेत हो सकता है। इसलिए रोज सुबह और संध्या काल में घंटी व शंख जरूर बजाएं। ऐसा करने से आपको जल्द ही सकारात्मक बदलाव देखने को मिल सकते हैं।

वास्तु शास्त्र के अनुसार बिना पूजा-पाठ के घर में नहीं रहना चाहिए। साथ ही घर में रोजाना मंत्रों का उच्चारण भी होना चाहिए। इस नियम का पालन नहीं करने पर नकारात्मक उर्जा का प्रभाव बढ़ सकता है और व्यक्ति को वास्तु दोष का सामना करना पड़ सकता है।

हिलीवुड जगत स जुड़ी अन्य खबरों के लिए बने रहे हमारे यूट्यूब चैनल के साथ 

Exit mobile version