उत्तराखंड की फिल्मों को वैसे ही ना के बराबर दर्शक मिलते हैं कलाकारों और रिश्तेदारों के अलावा इका दुक्का दर्शक ही होते हैं जो स्थानीय भाषा की फिल्मों को देखने थिएटर तक पहुँच पाते हैं,एक तरफ पिछले साल उत्तराखंड में फिल्मों की बाढ़ आ गई और अब ये सिलसिला इस साल भी जारी रहने वाला है क्योंकि अप्रैल से फिल्मों के रिलीज़ का सिलसिला शुरू होने जा रहा है लेकिन मार्च के अंत और अप्रैल के पहले सप्ताह में बॉलीवुड की कई फ़िल्में रिलीज़ हो रही हैं ऐसे में दर्शकों के उत्तराखंडी फिल्मों को देखने के आसार कम ही नजर आ रहे हैं।
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उत्तराखंडी फिल्म निर्माता वैसे ही अपनी जमा-पूंजी लगाकर स्थानीय भाषा की फ़िल्में बनाते हैं जितना फिल्म बनाने में खर्च होता है उसकी लागत निकालना भी मुश्किल पड़ जाता है भले ही फिल्मों के निर्माण में काफी तेजी आई हो लेकिन आर्थिक रूप से निर्माता आज भी कमजोर पड़ जाता है,ऐसे हालातों में अब बॉलीवुड की फ़िल्में उसी समय पर रिलीज़ होना बड़ी चुनौती बनकर आई है।
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एक तरफ ईद पर सलमान खान की फिल्म ‘सिकंदर ‘ रिलीज़ हो रही है फिल्म भले ही कैसी भी बनी हो सलमान खान की इतनी फैन फोल्लोविंग है कि एक दो दिन में करोड़ों तो ऐसे ही आ जाते हैं,30 मार्च को सलमान खान ,रश्मिका मंदाना स्टारर फिल्म ‘सिकंदर’ रिलीज़ हो रही है सलमान की दो साल बाद फिल्म आ रही है तो अन्य शहरों की भांति ही उत्तराखंड में भी सिकंदर का क्रेज देखने को मिलेगा,अगर फिल्म अच्छी निकली तो फिर 2-3 हफ़्तों से पहले उतरेगी नहीं और रही सही कसर सनी देओल की फिल्म जाट पूरी कर देगी जो 10 अप्रैल को रिलीज़ हो रही है क्योंकि सनी देओल ने बॉर्डर 2 से एक बार फिर दमदार वापसी की है,इसके अलावा अक्षय कुमार की भूत बंगला भी 2 अप्रैल को रिलीज़ हो रही खैर इससे ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा।
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बॉलीवुड की फिल्मों के साथ ही कई उत्तराखंडी फ़िल्में भी अप्रैल में रिलीज़ होनी हैं जिनमें से 4 अप्रैल को ‘Dwi Hola Jab Saath ‘ और 18 अप्रैल को ‘खोली का गणेश ‘ रिलीज़ होनी और मिशन देवभूमि के भी अप्रैल में रिलीज़ होने के पूरे-पूरे आसार हैं ऐसे में निर्माताओं को दर्शकों को उत्तराखंडी फिल्म देखने के लिए प्रेरित करना बड़ी चुनौती होगी अब कितने दर्शक उत्तराखंडी फिल्म देखने पहुँच पाते हैं या सिकंदर ,जाट के सामने उत्तराखंडी फ़िल्में बस टंगी रह जाएंगी ये तो वक्त ही बताएगा।
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फ़िलहाल उत्तराखंड संगीत एवं फिल्म जगत के संघर्षों को बीते कई सालों से महसूस करते हुए हिली न्यूज़ की सभी दर्शकों से अनुरोध है कि आपको हम बॉलीवुड फिल्म देखने के लिए मना तो नहीं कर सकते लेकिन विनती जरूर कर सकते हैं कि अगर आप चाहते हैं कि उत्तराखंड का फिल्म उद्योग आगे बढे तो जाट और सिकंदर को छोड़कर स्थानीय भाषा की फिल्मों को जरूर देखें सालों से फिल्मों में मार-धाड़ तो देख ही रहे हैं कुछ अच्छा देखना भी तो बनता है।
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