कल हमने आपको अनुराधा निराला के कृष्णा कृष्णा भजन के बारे में जानकारी थी जो आज रिलीज़ हो चुका है,चारधाम प्रोडक्शन से इस मधुर भजन को रिलीज़ किया गया है।
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मधुर आवाज की धनी अनुराधा निराला ने सदा की तरह ही अपनी गायिकी से सभी को मन्त्रमुग्ध कर दिया,ढाई आखर के कृष्ण शब्द में तो संसार बसता है और इतनी मधुर आवाज में जब कोई कृष्ण का गान करे तो भजन स्वतः ही मन मोह लेता है।
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संगीत कठैत द्वारा रचित कृष्णा कृष्णा भजन को संगीत से सागर शर्मा ने सजाया है,और इसे अनुराधा निराला की मधुर आवाज में रिकॉर्ड किया गया है। द्वारिकाधीश वासुदेव नंदन श्री कृष्ण तो जन्म लेते ही लीलाएं रचने लगे थे और मृत्यु लोक पर गीता का सार बता के गए और मानव् रूप में जन्म लेकर इस धरा का उद्धार करके अपने धाम को लौट गए।
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कृष्ण ने पापी कंस का संहार भी किया तो गोवर्धन बनकर आम जन की रक्षा भी की,शस्त्र और शाश्त्र का सही उदाहरण श्री कृष्ण ने ही दिया है समय पर दोनों ही काम आते हैं। नारायण ने इस रूप में कई उदाहरण समाज को सदा के लिए दिए कि जिस रूप में उन्हें चाहो उसी रूप में प्रभु आपके साथ रहेंगे।सुदामा की दोस्ती भी सिखाई तो राधा से अमर प्रेम भी किया और उनके पवित्र प्रेम को राधेकृष्ण से जाना गया।
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दो माताओं का प्रेम भी पाया एक से जन्म मिला तो दूसरी से लालन पालन भी हुआ,प्रभु श्री कृष्ण ने इस अवतार में एक मनुष्य के जीवन के हर हिस्से को एक सन्देश रूप में जग को दिया,बचपन से ही नटखट कान्हा सबके दुलारे रहे और बड़े होते होते इतनी ख्याति प्राप्त कर ली कि कंस का सिंहासन तक हिल गया और अंततः कंस को उसके कर्मों का फल दिया,छोटे भाई के रूप में दाऊ भइया के लाडले भी बने तो दुराचारी भाई शिशुपाल को भी सबक सिखाया,द्रौपदी की लाज रखकर भाई का धर्म भी निभाया ,तो महाभारत युद्ध में कृष्ण के सारथी बनकर मार्गदर्शक भी बने और बिना शस्त्र उठाए ही पांडवों को विजय दिलवाई।
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प्रभु की माया का कोई क्या बखान कर सकता है आइए आप और हम अनुराधा निराला जी के इस मधुर भजन को सुनते हैं और कृष्णमयी रंग में रंग जाते हैं।
राधे राधे