उत्तराखण्ड के मनीष पंत (Maneesh Pant) ने लॉक डाउन में ज़रूरतमंद लोगों तक मेडिसिन पहुंचाने की ज़िम्मेदारी उठा कर एक बेमिसाल काम किया है । इसी वजह से मनीष को मेडिसिन मैन का टैग भी मिल चुका है।
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कोरोना से लड़ने के लिए सारा देश एक साथ खड़ा है। एक तरफ जहाँ कोरोना के डर से लोग आज भी घरों में कैद है ,दूसरीओर कोरोना वारियर्स डॉक्टर्स ,नर्सों , पुलिसकर्मी, सफाईकर्मी ,मेडिकल टीम आदि लोग कोरोना का डटकर सामना कर रहे है। इसी बीच उत्तरखण्ड का एक ऐसा शख्स जो एक तरफ उत्तराखण्ड पुलिस अग्निशमन विभाग में तैनात फायरमैन की ड्यूटी कर रहा है ,दूसरी ओर उत्तराखण्ड के ज़रूरतमंद लोगों की मदद भी कर रहा है।
इस संकट की घडी में लोगों की मदद करना उसका मिशन है और इस मिशन का नाम है संजीवनी बूटी और हाँ ये कोई फिल्म का हीरो नहीं, उत्तराखण्ड का रियल हीरो है, जिसका नाम है मनीष पंत। मनीष ने 22 मार्च से देहरादून, अल्मोड़ा, चमोली, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी और अन्य शहरों में कम से कम 100 रोगियों को आपातकालीन दवाएं दी हैं। दिन के दौरान अपना कर्तव्य निभाते हुए और फिर रात में मरीजों के लिए दवाइयों की व्यवस्था करते हुए इन्हे ‘मेडिसिन मैन’ नाम का टैग मिला है।
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मनीष पन्त Maneesh Pant उत्तराखंड पुलिस की अग्निशमन शाखा देहरादून मे नियुक्त हैं। और लॉक डाउन के चलते ज़रूरतमंद की सेवा में जुटे है। इन सब की शुरुआत करते हुए मनीष ने फेसबुक में एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि ” हमारे शहर मे ऐसे कई सीनियर नागरिक होंगे, जिनके बच्चे बाहर होंगे, या तालाबंदी के कारण परिजन उनके पास नहीं पहुंच पा रहे हैं या जो असहाय होंगे। ऐसे समय मे बुजुर्गों का बाहर निकलना स्वास्थ्य की नज़र से सुरक्षित नहीं है। ऐसे सम्मानीय नागरिकों (वरिष्ठ नागरिकों) को यदि किसी आवश्यक दवाई (दवा) की आवश्यकता होगी तो डॉ के पर्चे (पर्चे) को अपने पते (स्थान) के साथ मुझे इनबॉक्स कर सकते हैं। मैं आपके घर तक आपकी इन आवश्यक दवाओं तक पहुँचाने का प्रयास करूँगा। मेरा यह प्रयास देशहित और जनहित मे होगा।
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सिर्फ 24 घंटों के भीतर, उन्होंने अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचने की योजना तैयार की थी। उन्होंने फेसबुक पर एक पोस्ट डाला जिसमें लोगों को यह बताने के लिए कहा गया कि उन्हें किसी दवाई की जरूरत है। “यदि आप अपने बच्चों से दूर रहने वाले वरिष्ठ नागरिक हैं या यदि आप आवश्यक दवाएं नहीं ले सकते हैं, तो मुझे अपने स्थान और अपने डॉक्टर के पर्चे की एक तस्वीर के साथ एक संदेश भेजें,”
उसके बाद लोगों ने उनकी पोस्ट को देखा और उनसे मदद की गुहार लगाई । देहरादून से लेकर अल्मोड़ा, चमोली, नैनीताल हर जगह से लोगों ने मनीष से मदद मांगी। फिर क्या था अगर कोई पहाड़ी एक बार कुछ ठान ले ,उसे पूरा करके ही लेता है। Maneesh Pant ने इसे ऑपरेशन संजीवनी बनाया और देखते ही देखते कई लोगों की मदद की।
यूँ तो आपने फिल्मों के कई हीरो देखे होंगे। लेकिन इस संकट की घडी में मनीष सचमुच एक सुपर हीरो है।