हिन्दू पुराणों में शनि देव को धर्मराज और न्याय का देवता कहा जाता है, ऐसा माना जाता है कि मनुष्यों को उनके कर्मों का फल शनिदेव ही देते हैं, यही वजह है कि हर कोई इन्हें प्रसन्न करने का प्रयास करता रहता है, ऐसे में शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए आज हम आपको बता रहे हैं, पांच आसान उपाय, जिन्हें करने से आपके शारीरिक, मानसिक और आर्थिक सभी तरह के कष्ट दूर हो जाएंगे.
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शास्त्रों के अनुसार, शनि देव भगवान सूर्य तथा माता छाया के पुत्र हैं, इन्हें क्रूर ग्रह का श्राप उनकी पत्नी से प्राप्त हुआ था, इनका वर्ण कृष्ण है और यह कौए की सवारी करते हैं, पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, शनिदेव श्री कृष्ण के अनन्य भक्त थे और बाल्यावस्था में ही भगवान श्री कृष्ण की आराधना में लीन रहते थे, हिन्दू पुराणों में शनि देव को धर्मराज और न्याय का देवता कहा जाता है, ऐसा माना जाता है कि मनुष्यों को उनके कर्मों का फल शनिदेव ही देते हैं.
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शनिवार का दिन न्याय के देवता शनि देव को समर्पित है, इस दिन विधि-विधान से शनि महाराज की पूजा अर्चना करने से जीवन में खुशियां आती हैं, इसके अलावा यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि दोष है तो शनिवार के दिन किए गए कुछ उपायों से मुक्ति मिलती है, जिनके बारे हम आगे बात करने वाले हैं.
- ज्योतिष शास्त्र में शनि देव को प्रसन्न करने के लिए शनि मंत्रों का विशेष महत्त्व माना गया है, शनि मंत्रो का जाप करना अत्यंत लाभप्रद माना जाता है. अगर आपको भी व्यापार या नौकरी में परेशानी है तो शानि देव के मंत्रों का जप कर आप भी शनिदेव की कृपा के पात्र बन सकते हैं.
- शनि महाराज प्रत्येक शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष में निवास करते हैं, इस दिन जल में चीनी एवं काला तिल मिलाकर पीपल की जड़ में अर्पित करके तीन परिक्रमा करने से शनि प्रसन्न होते हैं, शनिवार के दिन उड़द दाल की खिचड़ी खाने से भी शनि दोष के कारण प्राप्त होने वाले कष्ट में कमी आती है.
- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शनिवार के दिन हनुमान जी की पूजा करने से शनिदेव भी प्रसन्न होते हैं, इसलिए आज शनिदेव के साथ हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करें.
- यदि शनि दोष के चलते आपके कार्य में अक्सर बाधा आती है तो आप किसी भी कार्य विशेष के लिए निकलते समय हनुमान जी के चरणों का तिलक लगाकर निकलें, इस उपाय को करने पर सारी बाधाएं दूर होंगी और हनुमान जी की कृपा से काम सफल होंग, यदि आप चाहें तो शनि के दोष को दूर और शुभता प्राप्त करने के लिए आप भस्म का तिलक लगा सकते हैं.
- यदि आपकी कुंडली में शनि की ढैया या साढ़ेसाती चल रही है तो आपको भूलकर भी मांस-मदिरा आदि तामसिक चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए और न ही झूठ बोलना चाहिए.
इस पोस्ट में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है, Hillywood news यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है.
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