उत्तराखंड को प्रकृति ने बड़ी खूबसूरती से संवारा है ऊँचे पहाड़ ,मखमली बुग्याल,आसमान ने गिरते झरने और कल-कल बहती नदियां। उत्तराखंड में हर गाँव-हर शहर पर्यटन स्थल है आप जहाँ भी जाओगे कुछ ना कुछ नयापन और सुंदरता के साथ ताजगी का अहसास होगा ऐसी ही कुछ जगहें हैं अगर आप उत्तराखंड घूमने का प्लान बना रहे हैं तो ये जगह जरूर घूमनी चाहिए। उत्तराखंड का मौसम हर ऋतु में सुहावना है गर्मियों में आओगे तो ठण्ड मिलेगी और सर्दियों में आओगे तो गुनगुनी धुप के साथ बर्फ से ढके पहाड़ों के हसीन नज़ारे।कुछ ऐसी ही ये 10 जगहें हैं जहाँ पर्यटक आना पसंद करते हैं।
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1 : औली
अगर आप पहाड़ों में घूमने के शौक़ीन हैं तो पहली चीज सबके दिमाग में आती है बर्फ से ढके हुए पहाड़ ऐसी ही जगह है चमोली जिले में औली जो जोशीमठ के ठीक ऊपर है यह स्कीइंग और स्नोबोर्डिंग के लिए अपनी अलग पहचान बनाती है।पहाड़ी भाषा में इसे औली बुग्याल भी कहा जाता है और यहाँ स्कीइंग महोत्सव का आयोजन किया जाता है ,औली घूमने की योजना बना रहे हैं तो जनवरी से मार्च तक सबसे अच्छा समय है इस समय यहाँ अच्छी बर्फ़बारी होती है।औली में एशिया की सबसे लम्बी केबल तार है जिसमें आप जोशीमठ से औली तक 4 किलोमीटर आसमान से प्रकृति का दीदार कर सकते हैं।
2 : चोपता
आपने स्विट्जरलैंड का नाम जरूर सुना होगा लेकिन उत्तराखंड में एक जगह है जिसे मिनी स्विट्जरलैंड कहा जाता है ये जगह है विश्व के सबसे ऊँचे शिव मंदिर तुंगनाथ की यात्रा का मुख्य पड़ाव चोपता,चोपता एक खूबसूरत हिल स्टेशन है जो हरे भरे जंगलों से भरा है और पर्यटकों के लिए ट्रैकिंग का एक मुख्य स्टेशन है जो गर्मियों में रोमांच पैदा करता है,बांज बुरांश के पेडों से सजा ये वन क्षेत्र हजारों पक्षियों का घराना है।चोपता घूमने के लिए मार्च से मई के बीच का समय उपयुक्त है इस समय जहाँ शहरों में तपती गर्मी का प्रकोप होता है यहाँ ठण्ड का अहसास किया जा सकता है।
3 : नैनीताल
उत्तराखंड के प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों में से एक है नैनीताल,जो कि कुमाऊं मंडल में आता है इसे डिस्ट्रिक्ट ऑफ़ लेक भी कहा जाता है क्योंकि यहाँ पर करीबन 60 झीलें हैं जो पर्यटकों को आकर्षित करती हैं ,यहाँ सैलानी साल भर प्रकृति का लुत्फ़ उठा सकते हैं,और परिवार के साथ बोटिंग का आनंद ले सकते हैं इसके साथ ही पर्यटक नैना देवी मंदिर, नंदा देवी मंदिर ,तल्ली ताल-मल्ली ताल , और सात चोटियों का दीदार भी कर सकते हैं।
4 : मसूरी(पहाड़ों की रानी)
पहाड़ों में घूमने आओ तो अगर पहाड़ों की रानी ही नहीं देखी तो फिर क्या ही देखा ये जगह है मसूरी जो देहरादून जिले से 35 किलोमीटर दूर है,पहाड़ों की चोटी पर बसे इस खूबसूरत शहर की खूबसूरती देखते ही बनती है,ऊंचाई पर होने के कारण मसूरी में बर्फ़बारी खूब देखने को मिलती है यह अंग्रेजों के द्वारा बसाया गया नगर है जो मसूरी झील, सनसेट व्यू, गन हिल ,नाग टिब्बा जैसी खूबसूरत जगहों के लिए जाना जाता है इसके साथ ही पर्यटक भदराज मंदिर, कुलरी बाजार ,और साथ ही सुरकंडा देवी के दर्शन भी कर सकते हैं,मसूरी घूमने के लिए सबसे अच्छा समय मार्च और जून के बीच है जब चिलचिलाती गर्मी से मसूरी की सर्द हवाएं राहत देती हैं।
5 : चकराता
देहरादून से 98 किमी दूर और महासू देवता जाने वाले रास्ते पर बसा एक खूबसूरत हिल स्टेशन है चकराता ,यह शांत वातावरण और घने जंगलों से घिरा क्षेत्र है जो ट्रैकिंग के लिए उपयुक्त है और यहाँ दूर-दूर तक जौनसार के गाँवों की खूबसूरती पर्यटकों को आकर्षित करती है,फिल्म शूटिंग के लिए ये जगह बेहतरीन है यहाँ देववन,टाइगर फॉल जैसी 15 जगहें हैं जहां पर्यटक घूमने जा सकते हैं और कैंपिंग कर सकते हैं यह पर्यटक स्थल होने के साथ ही सेना की छावनी के लिए भी जाना जाता है और सुरक्षा की दृष्टि से यहाँ विदेशी पर्यटकों पर प्रतिबन्ध है यहाँ घूमने के लिए मार्च से जून का समय उत्तम है।
6 : मुनस्यारी
उत्तराखंड में मिनी स्विट्जरलैंड के साथ ही एक जगह और है जिसे मिनी कश्मीर कहा जाता है यह पिथौरागढ़ जिले में पड़ता है और यह पर्यटकों को ट्रैकिंग के लिए आकर्षित करता है बर्फ से ढके पहाड़ों का दीदार मुनस्यारी का अर्थ ही है बर्फ से ढकी जगह तो यहीं से जोहार घाटी के लिए जाया जाता है और मुनस्यारी में बिर्थी फॉल , बेतुलीधार,खलिया टॉप , और पंचचूली पर्वत के सीधे दर्शन होते हैं मुनस्यारी गर्मी और सर्दी दोनों ही मौसम के लिए उपयुक्त पर्यटक स्थल है।
7 : ऋषिकेश
गढ़वाल हिमालय का प्रवेश द्वार और योगनगरी ऋषिकेश पर्यटकों के लिए सबसे प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है यहाँ साल भर देश विदेश से पर्यटक शांति की ढूंढ में आते हैं,योग ,रिवर राफ्टिंग और बंजी जंपिंग जैसे साहसिक गतिविधियों के लिए ऋषिकेश जाना जाता है।ऋषिकेश को अंतराष्ट्रीय योग नगरी भी कहा जाता है। ऋषिकेश में पर्यटकों के लिए लक्ष्मण झूला ,राम झूला ,जानकी सेतु , नीलकंठ महादेव मंदिर,भरत मंदिर ,त्रियंबकेश्वर मंदिर जैसी कई जगहें हैं जहाँ पर्यटक घूमने जा सकते हैं।यह योग ,अध्यात्म के लिए उपयुक्त जगह है।
8 : हर्षिल
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के अन्तर्गत एक खूबसूरत गाँव है जो अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए विश्व विख्यात है,गंगोत्री धाम के रास्ते में भागीरथी के तट पर बसा ये गाँव सेब उत्पादन,और राजमा उत्पादन के लिए के लिए जाना जाता है ,हुस्न पहाड़ों का क्या कहना कि बारों महीना यहाँ मौसम है जाड़ों का ये गीत हर्षिल के लिए बिल्कुल उपयुक्त है फिल्म राम तेरी गंगा मैली का ये गीत इसी हर्षिल वैली में फिल्माया गया और आज भी हर्षिल का पोस्ट ऑफिस आकर्षण का केंद्र है।बर्फ़बारी होने के चलते दिसम्बर से मार्च तक यहाँ पर्यटक घूमने आ सकते हैं।इसके साथ ही 3 किमी दूर माँ गंगा के शीतकालीन प्रवास मुखबा के दर्शन भी कर सकते हैं।
9 : कौसानी
उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में एक खूबसूरत हिल स्टेशन है जिसे महात्मा गाँधी ने भारत का स्विट्जरलैंड कहा और ये कहते हुए इस जगह को सम्बोधित किया कि हिमालय की महानता का यहीं से अहसास होता है ये जगह है कौसानी,यहाँ से त्रिशूल, नंदादेवी, पंचचुली जैसी हिमालयी चोटी के मनोरम दृश्य दिखते हैं ,यहाँ प्राकृतिक खूबसूरती के साथ ही कई आश्रम और संग्रहालय भी हैं घूमने फिरने के साथ रुद्रधारी मंदिर और चाय के बागानों के दीदार पर्यटक कर सकते हैं।
10 : जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क
घूमने फिरने के साथ ही उत्तराखंड में ऐसी जगह भी है जहाँ जंगली जानवरों का सीधा दीदार किया जा सकता है वो है भारत का पहला पार्क जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क जो कि रामनगर में स्थित है और इसकी सीमा नैनीताल ,पौड़ी और अल्मोड़ा जिले तक फैली हुई है यहाँ कई तरह के वन्यजीव पाए जाते हैं और ये पार्क बंगाल टाइगर के लिए जाना जाता है ,इसके साथ ही एशियाई हाथी ,घड़ियालों का भी ये घर है और जंगल सफारी के लिए उपयुक्त स्थल है।सर्दियों और गर्मियों में घूमने के लिए खुला रहता है लेकिन बरसात में सुरक्षा कारणों से पर्यटकों के लिए बंद कर दिया जाता है
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