युवा गायिका सीमा पंगरियाल ने बढ़ाया उत्तराखंड का मान,दिल्ली में मिला अंतराष्ट्रीय सम्मान।

0
145
45833-2young-singer-seema-pangriyal-increased-the-pride-of-uttarakhand-received-international-honor-in-delhi

उत्तराखंड संगीत जगत की प्रसिद्ध गायिका सीमा पंगरियाल को आज दिल्ली में भारतीय दलित साहित्य अकादमी द्वारा उत्तराखंड के लोकसंगीत में उत्कृष्ट योगदान के लिए सावित्री बाई फुले अंतराष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया,सीमा पिछले 12 सालों से उत्तराखंड संगीत जगत को अपनी आवाज से सजा रही हैं,पारम्परिक गीतों और बेडा शैली के गीतों को सीमा बखूबी गाती।

45833-2young-singer-seema-pangriyal-increased-the-pride-of-uttarakhand-received-international-honor-in-delhi

पढ़ें यह खबर : जौनसारी फिल्म को अपलोड करना पड़ा महंगा,तीन चैनलों पर दर्ज हुई FIR, पढ़ें पूरी खबर।

मूल रूप से टिहरी गढ़वाल के पंगरिया बडियार गाँव की रहने वाली सीमा पंगरियाल ने उत्तराखंड संगीत जगत में अपनी अलग पहचान बनाई है,सीमा को उत्तराखंड के संगीत से जोड़ने वाले उनके पिता हैं जिन्होंने पहली बार सीमा की आवाज को रिकॉर्ड कराया और आज सीमा के गीतों को सुनने वाले लाखों श्रोता हैं।सीमा का संगीत का सफर जारी रहा और शादी होने के बाद उनके पति राजवीर शाह ने सीमा के संगीत को नया आयाम दिया और भरपूर साथ दिया,राजवीर खुद उत्तराखंड संगीत से जुड़े हुए हैं और कई गीतों को अपनी कलम से लिख चुके हैं साथ ही एक बेहतरीन गायक भी हैं।सीमा पंगरियाल एक बेहतरीन गायिका तो हैं ही एक कुशल ग्रहणी भी हैं, परिवार की जिम्मेदारियों को सँभालने के साथ ही सीमा पदमश्री जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण की टीम का भी अहम् हिस्सा हैं और कई स्टेज शो उनके साथ कर चुकी हैं।

Seema Pangriyal With Her Husband Rajvir Shah

पढ़ें यह खबर : महेंद्र सिंह धोनी ने लगाए पहाड़ी गीतों पर ठुमके,वीडियो हो रहा वायरल।

सीमा अब तक कई सुपरहिट गीत गा चुकी हैं जिनमें दिनेश की गोरी मुखड़ी, महिमानंद की माया, तारा झुमैलू , जौनसारी बौ जैसे कई गीत शामिल हैं।इसके अलावा सीमा का अपना ऑफिसियल यूट्यूब चैनल भी है जिसमें अलग-अलग शैली के कई गीत हैं।
सीमा पंगरियाल को राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने से उत्तराखंड संगीत जगत के साथ ही उनके गांव में भी हर्ष का माहौल है,सीमा ने हिली न्यूज़ से बातचीत में बताया कि मैं सभी संगीत प्रेमियों का तहे दिल से धन्यवाद करती हूँ जिन्होंने इस काबिल बनाया कि टिहरी के एक गांव की रहने वाली लड़की को आज अंतराष्ट्रीय पुरस्कार मिला है,इसके साथ ही भारतीय दलित साहित्य अकादमी का भी आभार जताया है।

हिली न्यूज़ की पूरी टीम की तरफ से सीमा पंगरियाल को अंतराष्ट्रीय पुरस्कार मिलने की ढेर सारी शुभकामनाएं, आप यूँही तरक्की करें ऐसी कामना करते हैं।

उत्तराखंड संगीत एवं फिल्म जगत की सभी ख़बरों को विस्तार से देखने के लिए हिली न्यूज़ को यूट्यूब पर सब्सक्राइब करें।