केदार घाटी में चुनावी सरगर्मी,आखिर किसके सर सजेगा ताज।

0
191

विश्वप्रसिद्ध केदारनाथ धाम के शीतकालीन कपाट भाई दूज के दिन श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए गए,भले ही पहाड़ों में ठण्ड ने दस्तक दे दी है लेकिन केदार घाटी में इन दिनों चुनावी सरगर्मी जोरों पर है,जो प्रत्याशी साल भर कहीं नजर नहीं आते वो भी केदार घाटी में डेरा जमाए हुए हैं,दिवंगत विधायक शैलारानी रावत के निधन के बाद खाली हुई सीट को लेकर आगामी 20 नवम्बर को उपचुनाव होने हैं।

45278-2election-fever-in-kedar-valley-who-will-be-crowned

पढ़ें यह खबर: Chhupte Chhupte short Film Review: कांसेप्ट और आम आदमी कनेक्शन बना रहा दर्शकों को दीवाना।

विधायक शैलारानी के निधन के बाद खाली हुई सीट को लेकर केदारनाथ में आगामी 20 नवम्बर को उपचुनाव होने हैं,बीते कई महीनों से केदारघाटी में राजनैतिक हलचल जोर शोर से चल रही है,भाजपा और कांग्रेस के कई प्रत्याशी अपने टिकट की दावेदारी करने में जुटे रहे,लेकिन अंततः केदारनाथ के दो विधायक ही आमने सामने मैदान में हैं,भाजपा ने पूर्व में दो बार विधायक रह चुकी आशा नौटियाल को टिकट दिया तो वहीँ कांग्रेस ने भी पूर्व में विधायक रहे मनोज रावत को टिकट दिया है।

पढ़ें यह खबर: उत्तराखंड म्यूजिक इंडस्ट्री की हिली क़्वीन बनी दीक्षा,दे रहीं हैं धड़ाधड़ हिट।

बीते कई दिनों से केदारघाटी में राजनैतिक हलचल चल रही है प्रदेश के कई प्रमुख नेता अपने प्रत्याशी को जिताने के लिए केदारघाटी में जमे हुए हैं,टिकट को लेकर भी पिछले कई दिनों से हलचल मची रही,एक तरफ भाजपा के आगे ये संकट उत्पन्न हो गया था कि दिवंगत शैलारानी रावत के असमय निधन से केदारनाथ विधानसभा की सीट खाली हो गई थी और मजबूत दावेदार की खोज थी एक तरफ आशंका ये जताई जा रही थी कि दिवंगत विधायक शैलारानी की बेटी ऐश्वर्या रावत को टिकट मिल सकता है लेकिन अचानक से जयदीप बर्त्वाल ने अपने आप को शैलारानी रावत का राजनैतिक वारिश घोषित कर दिया और ये खबर प्रमुखता से फ़ैल गई हालाँकि अब इन ख़बरों पर विराम लग चुका है और बीजेपी ने आशा नौटियाल को टिकट दे दिया है,आशा नौटियाल वर्तमान में महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष भी हैं।

पढ़ें यह खबर: Daddi Ku Baksa Film Review :दद्दी कु बक्सा डिजिटल पर मचा रही धमाल।

वहीँ कांग्रेस भी मजबूती से इस चुनाव को लड़ना चाहती है तो उन्हें मनोज रावत से बेहतर कोई प्रत्याशी नजर नहीं आया और अयोध्या की तरह ही केदारनाथ में भी बीजेपी को मात देने की पुरजोर कोशिशें कर रही है,प्रत्याशी कई मुद्दों पर वोटरों को रिझा रहे हैं जिनमें केदारनाथ यात्रा का मुद्दा सबसे शीर्ष पर है,कांग्रेस ये कहकर वोटरों को रिझा रही है कि केदारनाथ धाम में राजनीति ने दखल दिया है चाहे वो मंदिर में लगी सोने की परत हो या दिल्ली में केदारनाथ धाम को लेकर हो वहीँ बीजेपी के शीर्ष नेता भी केदारनाथ में लगातार दौरे कर रहे हैं और प्रधानमंत्री मोदी के केदारनाथ से लगाव को देखकर विकास कार्यों का हवाला देकर वोटरों को रिझा रहे हैं।

पढ़ें यह खबर: पहाड़ी गीतों पर अपनी गायिकी से मिठास घोलते धनराज,वीडियो ने जीता दिल।

टिकट पाने वालों में से कुलदीप रावत का नाम भी शामिल था लेकिन दो बार निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मिली हार से सबक लेकर बीजेपी ने कैडर वोटरों का ध्यान रखकर आशा नौटियाल को ही उचित दावेदार माना,बीजेपी और कांग्रेस के बीच के द्वन्द को पत्रकार त्रिभुवन चौहान रोचक बना रहे हैं और लगातार केदारघाटी में जनसभाएं कर रहे हैं,केदारघाटी में 90 हजार के करीब वोटर हैं,बीजेपी को डर है कि कहीं बद्रीनाथ जैसा ही केदारनाथ में ना हो जाए अब देखना होगा केदारघाटी के निवासी किसके सर पर ताज पहनाते हैं।

उत्तराखंड फिल्म एवं संगीत जगत की सभी खबरों को विस्तार से देखने के लिए हिली न्यूज़ को यूट्यूब पर सब्सक्राइब करें।