अरविन्द चौहान के इस गीत से जागी उम्मीद,सुरक्षित हाथों में है उत्तराखंड का संगीत।

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उत्तराखंडी गीत संगीत की दुनिया में हर दिन कई गीत रिलीज़ होते हैं,इनमें से कुछ गीत श्रोताओं के दिलों पर अपनी गहरी छाप छोड़ जाते हैं,एक तरफ जहाँ गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी और जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण सरीके दिग्गज गायक कई सालों से उत्तराखंडी संगीत की कमान संभाले हुए हैं वहीँ कुछ ऐसे नवोदित गायक भी उत्तराखंडी संगीत में आ गए हैं जिनकी गायन शैली को देखकर लगता है कि अब ये युवा कंधे उत्तराखंडी संगीत को अच्छी तरह से संभाल लेंगे हाल ही में जीतू बगड्वाल गीत रिलीज़ हुआ है और इसके गायक अरविन्द चौहान ने अपनी गायिकी से सभी को प्रभावित किया है।

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अरविन्द चौहान ऑफिसियल चैनल से जीतू बगड्वाल वीडियो गीत रिलीज़ हुआ है,इस गीत को मोहित और सोहित चौहान ने लिखा है,और अरविन्द चौहान ने इसमें अपनी जादुई आवाज दी है,आशीष नवल के संगीत ने इस गीत को और भी शानदार बनाने का काम किया है,एक तरह जहाँ सोशल मीडिया के बढ़ते चलन और रील्स के ट्रेंड को देखकर अधिकांश गायक डांसिंग ट्रैक बनाने में लगे हुए हैं वहीँ अरविन्द चौहान जैसे युवा गायक जीतू बगड्वाल जैसे पारम्परिक गीतों को लाएं तो समझा जा सकता है कि यहाँ के युवाओं में अपने पारम्परिक गीत संगीत को लेकर कितनी सजगता और प्रेम है

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अरविन्द चौहान की गायिकी ने सभी श्रोताओं को काफी पहले ही अंदेशा दे दिया था कि इस युवा के कंठ में कुछ तो बात है जो इन्हें औरों से अलग बनाती है ,जब अरविन्द ने नेगी दा का प्रसिद्ध गीत ‘क्या कन तब’ को अपने अंदाज में गाया तो उत्तराखंड के संगीत प्रेमियों को इनकी गायन क्षमता का अंदाजा हो गया था इस गीत ने अरविन्द चौहान को नई पहचान देने का काम किया,इस बीस अरविन्द ने कई गीत गाए और कई नए प्रयास अपने गायन में किए लेकिन वो श्रोताओं तक नहीं पहुँच पाए देर से ही सही लेकिन अब इनका जीतू बगड्वाल गीत श्रोताओं को खूब पसंद आ रहा है।

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जीतू बगड्वाल की गाथा से तो आप सभी भली भांति परचित होंगे ही कि कैसे जीतू बगड्वाल का हरण आछरियों या जिन्हें स्वर्ग की परियां भी कहा जाता है ने कर लिया था,जीतू बगड्वाल की गाथा लोकनृत्यों और लोकगीतों में खूब सुनने को मिलती है और आज भी पहाड़ के कई गाँवों में पांडव नृत्य के साथ ही जीतू बगड्वाल नृत्य भी लगाया जाता है जो कि अधिकतर रात के समय होता है।

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अरविन्द चौहान ने जितना खूबसूरत इस घटना का वर्णन गीत में किया है वीडियो में भी उतनी ही खूबसूरत इस गाथा का चित्रण भी किया गया है,सर्वेश शर्मा ने वीडियो का फिल्मांकन एवं निर्देशन किया है,अनिरुद्ध शर्मा ने वीडियो को सम्पादित किया है,सतीश ऑलिवर ने वीडियो की कोरियोग्राफी की है वीडियो का फिल्मांकन जीतू बगड्वाल के ही गाँव बगूड़ी चिन्यालीसौड़,उत्तरकाशी में की गई है।

अरविन्द चौहान को उत्तराखंड के पारम्परिक गीत को बेहतरीन अंदाज में गाने की ढेर सारी बधाइयाँ,आपका गायन यूँही उत्तराखंडी संगीत जगत में अपना प्रभाव छोड़े ढेर सारी शुभकामाएं। 

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