पलायन पर बने इस गीत ने जीता श्रोताओं का दिल,सोशल मीडिया पर हो रहा वायरल।

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उत्तराखंड राज्य निर्माण हुए 23 वर्ष हो गए हैं कठिन संघर्षों और सैकड़ों बलिदानों के बाद उत्तराखंड अस्तित्व में आया,लेकिन जिस खुशहाल प्रदेश की कामना के लिए आंदोलनकारियों ने इतनी बड़ी लड़ाई लड़ी वही उत्तराखंड आज अंदर से खोखला होता जा रहा है,देवभूमि में अब देवी-देवता ही वास करते हैं यहाँ के निवासी तो सुख़ सुविधाओं की खोज में पहाड़ों से पलायन कर चुके हैं।विभिन्न संस्थाएं इसे रोकने के लिए प्रयासरत हैं लेकिन हालातों में कोई सुधार नजर नहीं आता,उत्तराखंड के इतिहास में गीत संगीत ने जनसरोकारों से जुड़े मुद्दों एवं जागरूकता फ़ैलाने में हमेशा महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है,पलायन पर आधारित गीत ‘देवतों की भूमि’ इन दिनों सामाजिक चेतना जगाने का कार्य कर रहा है।

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अनीता आर पंवार ऑफिसियल चैनल से ‘देवतों की भूमि’ गीत रिलीज़ हुआ है,युवा गायक एवं गीतकार डीके आर्य ने उत्तराखंड का बखूबी वर्णन इस गीत में किया है साथ ही देवी-देवताओं की धरती को ना छोड़ने का भी गीत के माध्यम से आह्वान किया है,डीके आर्य के लिखे इस गीत को उत्तराखंड की बेहतरीन गायिका अनीता आर पंवार और डीके आर्य ने आवाज दी है,गीतों को सिर्फ मनोरंजन एवं नाचने तक ही सीमित ना रखकर दोनों ही गायकों ने एक कदम आगे बढ़कर सामाजिक चेतना जगाने का सराहनीय कार्य किया है,उनके इस गीत को श्रोता खूब पसंद कर रहे हैं और डीजे की धकाधूम से हटकर इस तरह के गीत गाने पर खूब प्रसंशा कर रहे हैं,गीत का संगीत रोहित भंडारी ने तैयार किया है।

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डीके आर्य ने ‘देवतों की भूमि’ गीत में उत्तराखंड की भौगोलिक एवं आध्यात्मिक सौंदर्यता का शानदार वर्णन किया है,उत्तराखंड हर तरफ से संपन्न है लहलहाते सीढ़ीनुमा खेत और दूर-दूर तक फैले मखमली बुग्याल पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र हैं,शहरों में बढ़ते प्रदूषण से लाख बेहतर पहाड़ों की शुद्ध हवा और पानी है जो बिना किसी मिलावट के अपने प्राकृतिक रूप में मौजूद है..इतना सब कुछ होने के बाद भी लोग यहाँ से पलायन कर रहे हैं,गीत के माध्यम से पलायन कर चुके लोगों से सवाल पूछा गया है कि क्यों इतनी सुन्दर धरती को छोड़कर शहरों में बस गए हो अभी भी समय है वापस आकर इन्हें आबाद करने का।

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अनीता आर पंवार गढ़वाली एवं कुमाउनी गीतों से श्रोताओं को अपना दीवाना बना रही हैं साथ ही पहाड़ बचाने की उनकी ये पहल सराहनीय है,श्रोताओं ने इस गीत पर उत्तराखंड ही नहीं अन्य राज्यों से भी अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं जब उन लोगों को मात्र एक वीडियो से उत्तराखंड के प्रति इतना लगाव हो सकता है तो फिर यहाँ के निवासी क्यों इसे पराया समझकर इसे अपने ही हाल पर छोड़ रहे हैं।’देवतों की भूमि’ गीत पलायन कर चुके लोगों को जरूर सुनना चाहिए जिससे उन्हें अहसास हो कि वो क्या खोकर शहरों में आए हैं।

यहाँ देखिए वीडियो:

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