6 महीने बाद हुआ चारधाम यात्रा का आगाज, मंदिर परिसर में लगा भक्तों का तांता।

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विधि विधान के साथ भक्तों के लिए खुले बाबा केदार के कपाट, केदारनाथ के रावल भीमा शंकर लिंग ने खोले बाबा केदार के कपाट, कपाट खुलने के अवसर पर धाम में मौजूद रहे  हजारों भक्त.

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विधि विधान के साथ भक्तों के लिए बाबा केदारनाथ(Kedarnath) के कपाट खोल दिए गए हैं, हजारों भक्तों की जयकारों के बीच आज 6 बजकर 25 मिनट पर ग्रीष्मकाल के लिए विश्व विख्यात बाबा केदारनाथ के कपाट खोले गए,  केदारनाथ रावल भीमा शंकर लिंग ने पौराणिक परंपरा व विधि विधान से कपाट खोले, और इसी के साथ 6 महीने बाद भक्तों की बाबा केदार के दर्शन करने की मुराद भी पूरी हुई, और यही वजह है कि भक्तगण मई की इस तपती गर्मी को नजरअंदाज करते हुए बोले के आर्शीवाद के लिए बेहद उत्साहित नजर आए.

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बृहस्पतिवार को भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली भक्तों के जयकारों के बीच अपने धाम पहुंची, जिसके बाद विधि विधान के साथ बाबा की डोली को मंदिर के समीप विराजमान किया गया है, साथ ही अन्य धार्मिक परंपराओं का निर्वहन किया गया है, आज सुबह केदारनाथ के प्रधान पुजारी आवास से आर्मी बैंड और स्थानीय वाद्य यंत्रों के साथ बाबा केदार की डोली को मंदिर परिसर की ओर लाया गया, जिसके बाद जय बाबा केदार के उद्घोषों के बीच मंदिर के द्वार खोल दिये गए.

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2 साल बाद आज बोले के भक्तों में बाबा के दर्शन हेतु खूब उत्साह देखने को मिला, दो साल पहले की बात करें जिस दौरान पूरा देश कोरोना(Corona) की मार झेल रहा था, उस वक्त उत्तराखंड के कई लोग जो चारधाम यात्राओं के दौरान अपना व्यवस्साए की शुरूआत करते थे, उन्हें कई दिग्गतों का सामना करना पड़ा,केदारघाटी की 70 प्रतिशत से अधिक आबादी केदारनाथ यात्रा पर निर्भर है, छह माह चलने वाली यात्रा के दौरान केदारघाटी के लोग होटल, लॉज, डंडी-कंडी, घोड़ा-खच्चर, पंडिताई सहित अन्य रोजगार के जरिए अपनी आजीविका का संचालन करते हैं, कुछ वर्षों तक केदारनाथ धाम की यात्रा पर 16-17 जून 2013 की आपदा का साया पड़ा, आपदा के कुछ वर्षों बाद स्थिति सामान्य होने लगी और यात्रा पटरी पर लौटने लगी, लेकिन इस बीच कोरोना महामारी ने यात्रा को चैपट कर दिया और हजारों लोग बेरोजगार हो गए, और यही वजह है कि इस बार बोले के भक्तों में दर्शन के लिए काफी उल्लास और उत्साह है.

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बता दें कि विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री(Gangotri)और यमुनोत्री धाम(Yamunotri Dham) के कपाट 3 मई को अक्षय तृतीया के दिन वैदिक मंत्रोच्चराण पूजा अर्चना के साथ श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए, गंगोत्री धाम के कपाट 11:15 व यमुनोत्री के कपाट ठीक दोपहर 12:15 मिनट पर देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले गए, जिसके बाद आज केदारनाथ धाम के कपाट भक्तों के दर्शन हेतु खुले, तीनों धामों के कपाट खुलने के बाद चारधाम यात्रा का भी विधिवत शूभारंभ हो गया है, और इसी के साथ अब 8 मई को बदरीनाथ(Badrinath) के कपाट भी खोल दिए जाएंगे.

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