उत्तराखंड संगीत जगत का सुपरहिट गीत मेरी बामणी तो आपने जरूर सुना होगा इसकी धुन पर आप कई बार थिरके भी होंगे,नवीन सेमवाल ने इस सुपरहिट गीत का दूसरा पार्ट भी तैयार किया जो अब मिलियन क्लब में शामिल हो चुका है।बामणी 2 सुण ले जरा गीत से नवीन सेमवाल ने पहाड़ के दर्द को भी भली भाँती दर्शाया है।
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हार्दिक फिल्म्स के बैनर तले रिलीज़ हुए बामणी 2 ‘सुण ले जरा’ को अब तक यूट्यूब पर 1.2 मिलियन से अधिक व्यूज मिल चुके हैं,गीत रचना नवीन सेमवाल ने की है एवं इसमें पूनम सती ने उनके साथ स्वर दिए हैं,इसे विनोद चौहान ने संगीत दिया है।
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एक तरफ जहाँ बामणी गीत कई विवादों के बाद भी सुपरहिट हो गया वहीँ इसके दूसरे पार्ट से नवीन सेमवाल ने सामाजिक जागरूकता का सन्देश दिया है।पलायन पर तंज कसता ये गीत मात्र मनोरंजन ही नहीं करता बल्कि पहाड़ की हकीकत को भी बयां करता है,नवीन सेमवाल ने इसमें एक नेपाली मूल के व्यक्ति एवं बामणी के बीच के संवादों को बड़ी खूबसूरती से रचा है।
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पहाड़ के वीरान पड़े गाँवों की हकीकत को नवीन सेमवाल ने गीत में दर्शाया है ,कि कैसे अब हर छोटे बड़े काम के लिए पहाड़वासी नेपाली मूल के लोगों पर निर्भर हैं,चाहे खेती बाड़ी हो या विदाई की डोली उठानी हो हर काम नेपाली मूल के लोग कर रहे हैं।पहाड़वासी पलायन कर चुके हैं और जो हैं भी तो बुजुर्ग लोग बचे हैं जो अब इतने समर्थ नहीं हैं कि खेती बाड़ी का काम कर सकें जिसके लिए अब पूरी तरह से नेपाली मूल के लोगों पर ही निर्भर हैं,वो फल फूल रहे हैं लेकिन अपने ही छोड़ के जा चुके हैं।
सुनिए आप भी ये गीत:
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