प्रीतम भरतवाण का नया गीत आपको कराएगा पहाड़ी होने पर गर्व,हुआ रिलीज़।

0

पदमश्री जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण का नया गीत ‘मैं पहाड़ी छौं’ रिलीज़ हो गया है,गीत देवभूमि उत्तराखंड पर आधारित है,गीत के माध्यम से डॉ भरतवाण ने स्वरोजगार अपनाने का सन्देश भी देने का काम किया है,खुद को पहाड़ी होने पर सौभाग्यशाली मानते हुए उन्होंने इस गीत की रचना की है,आपको गीत सुनकर पहाड़ी होने पर जरूर गर्व की अनुभूति होगी।

19850-2jagar-samrat-pritam-bharatwans-new-song-will-make-you-proud-to-be-a-pahadireleased

 

यह भी पढ़ें: सुनील थपलियाल ने चखाया पिस्यु ल्वौंण का स्वाद,गीत को खूब पसंद कर रहे श्रोता।

रामायण में श्रीराम ने लक्ष्मण से कहा था कि ‘अपि स्वर्णमयी लंका न मे लक्ष्मण रोचते,जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी। अर्थात भ्राता लक्ष्मण लंका भले ही सोने से निर्मित हो इसके उपरांत भी इसमें मेरी कोई रूचि नहीं है क्योंकि जननी(माता) एवं जन्मभूमि स्वर्ग से भी अधिक महान है।इन्हीं कथनों को एक बार फिर प्रीतम भरतवाण ने देवभूमि उत्तराखंड के प्रपेक्ष में सिद्ध किया है।

यह भी पढ़ें: पहाड़ की बेटी उर्वशी रौतेला ने रचा इतिहास,स्त्री शक्ति अवार्ड 2021 से हुई सम्मानित।

हिमाद्रि फिल्म्स के बैनर तले रिलीज़ हुआ डॉ भरतवाण का गीत “मैं पहाड़ी छौं” देवभूमि उत्तराखंड के महत्त्व को दर्शाता है, प्रीतम भरतवाण ने गीत रचना एवं स्वर देने के साथ ही इसे कंपोज़ भी किया है इसे सागर शर्मा ने संगीत दिया है,वीडियो का फिल्मांकन देवेंद्र नेगी एवं संपादन आशु राणा ने किया है।

यह भी पढ़ें: उत्तराखंड में उठी भू कानून की मांग,कलाकारों ने भी किया समर्थन।

‘मेरु सुभाग मैं पहाड़ी छौं ‘ लाइन ने हर उत्तराखंडी के भाव को प्रकट करने का काम किया है,हमारा सौभाग्य है कि हमने देवों की धरती में जन्म लिया है।गीत के माध्यम से डॉ भरतवाण ने कई सन्देश भी देने का काम किया है,इस लाइन से उन्होंने बहुत गहरा सन्देश दिया है’पंछी चाहे आसमान की कितनी भी उड़ान भर ले आखिरकार अपने आसियाने पर लौट आना ही होता है।

यह भी पढ़ें: होटेलियर भाइयों की जिंदगी को बयां करता ये वीडियो बना दर्शकों की पसंद,देखें आप भी।

ऐसा ही कुछ उत्तराखंड के आज के हालात हैं,पलायन की मार झेल रहा पहाड़ी राज्य उत्तराखंड के कई गाँव वीरान हो चुके हैं,बेहतर जीवन एवं रोजगार की तलाश में अधिकांश पहाड़ी शहरों का रूख कर चुके हैं,डॉ भरतवाण ने अपने गीत से जरूर गाँव लौटकर इन्हें आबाद करने का सन्देश दिया है साथ ही अपने-अपने हुनर को जानकर क्षमता के अनुसार छोटे बड़े उद्योग अपनाकर स्वरोजगार की दिशा में भी बढ़ने का सुझाव दिया।

सुनिए आप भी पदमश्री जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण की रचना ‘मैं पहाड़ी छौं’ 

उत्तराखंड फिल्म एवं संगीत जगत की सभी ख़बरों को विस्तार से देखने के लिए हिलीवुड न्यूज़ को यूट्यूब पर सब्सक्राइब करें। 

Exit mobile version