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कोरोना संक्रमण के दौरान पिछले साल भारी आर्थिक नुकसान झेल चुके हैं. प्रदेश के लोक कलाकारों को एक बार फिर सरकार आर्थिक रूप से मजबूती देने का प्रयास कर रही है. जिसके तहत प्रदेश के संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज लोक कलाकारों के लिए ऑनलाइन मंच तैयार करने को लेकर संस्कृति विभाग के महानिदेशक आशीष चौहान को निर्देशित कर चुके हैं.
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वहीं प्रदेश के कुछ समाजसेवी भी कलाकारों के सहयोग के लिए अलग-अलग तरिके से प्रोत्साहित करने का प्रयास कर रहे हैं. जानकारी के मुताबिक समाजसेवी औऱ देहरादून के जाने-माने वरिष्ठ फिजीशियन डॉ केपी जोशी आगामी अप्रैल माह में लोक कलाकारों को पहचान दिलाने के लिए एक विशेष प्रतियोगिता के आयोजन कराने वाले हैं. यह प्रतियोगिता पारंपरिक वाद्य यंत्र कलाकारों के लिए की जाएगी. यही नहीं प्रतियोगिता में प्रथम,द्वितीय औऱ तृतीया स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को प्रोत्साहन राशि से सम्मानित किया जाएगा.
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डॉ. जोशी ने बताया कि पारंपरिक वाद्य यंत्र कलाकारों की यह प्रतियोगिता राज्यस्तरीय होगी. वहीं इसका आयोजन राजधानी देहरादून में किया जाएगा. इस प्रतियोगिता के लिए प्रदेश के सभी 13 जनपदों से 5-5 पारंपरिक वाद्य यंत्र वादकों को चयनित किया जाएगा. प्रतियोगिता में प्रथम द्वितीय और तृतीय स्थान हासिल करने वाले पारंपरिक वाद्य यंत्र वादकों को 51,000 हजार, 21,000 और 11,000 रुपए की धनराशि से सम्मानित किया जाएगा. साथ ही राज्य सरकार और अन्य समाजसेवी संस्थाओं की सहायता से कलाकारों की यह प्रतियोगिता राज्यस्तरीय होगी. इस प्रतियोगिता का आयोजन राजधानी देहरादून में किया जाएगा. इस प्रतियोगिता के लिए प्रदेश के सभी 13 जनपदों से 5-5 पारंपरिक वाद्य यंत्र वादकों को चयनित किया जाएगा.
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बता दें कि प्रदेश के कलाकारों को संस्कृति विभाग की ओर से अब तक मानदेय औऱ अन्य बिलों का भुगतान नहीं किया गया है. जिसे लेकर संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने गहरी नाराजगी जताई है. साथ ही विभाग को आदेशित किया है. वह जल्द से जल्द लोक कलाकारों के लंबित चल रहे मानदेय और अन्य बिलों का भुगतान करें.