देहरादून: संस्कृति निदेशालय ने राज्य के विभिन्न कलाकारों के साथ ही साहित्य कलाकारों, लेखकों को आजीविका उपावर्जन के लिए मासिक पेंशन देने का निर्णय लिया है. पेंशन योजना में शामिल होने के लिए पात्र आवेदकों को 25 जनवरी तक आवेदन करना होगा. इसके लिए कम से कम 60 वर्ष की आयु औऱ राज्य के मूल स्थाई निवासी होना आवश्यक है. इसके अलावा कलाकार साहित्यकार होना सिद्ध करने के लिए प्रमाण पत्र होना चाहिए.
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जानकारी के मुताबिक पूर्व निर्देशक आकाशवाणी माधुरी बर्थवाल का कहना है कि साहित्यकार और कलाकारों के लिए स्वर्णिम अवसर है. संस्कृति विभाग द्वारा प्रकाशित इस विज्ञप्ति के अनुसार साहित्यकार औऱ कलाकारों को आवेदन करना चाहिए. साथ ही जागर, गायक, मांगल गायक, पारंपरिक वाद्ययंत्र वादक समेत सभी कलाकारों को आवेदन करके प्रतिमाह पेंशन का लाभ लेना चाहिए. सभी लोगों को कलाकारों का सहयोग करना चाहिए. साथ ही माधुरी बर्थवाल ने कहा कि सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में सूचना समय पर नहीं पहुंच पाती हैं. इसके लिए इस खबर को उन तक पहुंचा कर आवेदन में भाग लेने के लिए सहयोग करना हमारा कर्तव्य है. हर ग्राम पंचायत के सम्मानित व्यक्तियों से भी अनुरोध करती हूँ कि अपने स्तर पर पूर्ण सहयोग करने की कृपा करें, हमारे लोक कलाकार घुटन में न रहें, सभी उनके सहयोग करने की कृपा करें, सभी का कोटि कोटि धन्यवाद.
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बता दें कि संस्कृति विभाग निदेशालय डालनवाला में आवेदन करना होगा. पेंशन के लिए कलाकार और साहित्यकार होने का प्रमाण पत्र समेत हाई स्कूल का प्रमाण पत्र भी होना जरूरी है. ये राज्य के सभी उत्तराखंडी कलाकारों के लिए सुनहरा मौका है. सभी को प्रतिमाह पेंशन का लाभ उठाकर अपना अधिकार लेना चाहिए. साथ ही हमें सभी कलाकारों का सहयोह करना चाहिए. जिससे कि हमारी परंपराएं जीवित रहेंगी.